लखनऊ, यूपी के निकाय चुनाव के दूसरे चरण में कई मतदान केंद्रों पर हंगामे हुए. कहीं ईवीएम मशीन को लेकर तो कहीं सूची में नाम नहीं होने को लेकर बवाल मचा. राजधानी के कई पोलिंग बूथों पर ईवीएम खराब होने के कारण वोटिंग बधित हो गई है. इसके साथ ही कई जगह प्रत्याशियों के बीच झड़प भी हो गई है.
आज राजधानी लखनऊ समेत 25 जिलों के कुल 189 निकायों में वोटिंग हुई है। इस फेज में 6 नगर निगम लखनऊ, अलीगढ़, इलाहाबाद, वाराणसी, गाजियाबाद और पहली बार नगर निगम बना मथुरा भी शामिल है। एक तरफ जहां लोगों में मतदान को लेकर उत्साह दिखाई दे रहा है। वहीं, दूसरी तरफ अव्यवस्था का शिकार आम से लेकर खास तक रहा. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यूपी के नगर निकाय चुनाव में मतदाता सूची से कई लोगो के नाम गायब होने बीजेपी पर ट्वीट कर तंज कसा है.
निकाय चुनाव मे भारी अवयवस्था देखी गई. जहां यूपी की कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, पूर्व केंद्री्य मंत्री कलराज मिश्र, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावक तक के नाम वोटर लिस्ट से गायब मिले. वहीं तमाम आम लोगों ने लोगों ने वोटरलिस्ट में नाम नहीं होने को लेकर हंगामा किया. लखनऊ मे ही, लालकुआं वार्ड 24 गांधीनगर बूथ, मॉल एवेन्यू के आदर्श मतदान केंद्र आदि पर वोटर लिस्ट मे नाम नहीं होने को लेकर बवाल मचा.
कई जगह से खराब वोटिंग मशीनों की शिकायत मिल रही है. पहले चरण के मतदान के दौरान भी बहुत सी जगह से ईवीएम मशीनों में खराबी और गड़बड़ी की खबरें सामने आई थीं.वार्डों के पोलिंग सेंटर्स में करीब डेढ़ दर्जन ईवीएम मशीन ख़राब हो चुकी हैं, जिलाधिकारी ने तत्काल बदलने के आदेश दिए हैं। तालकटोरा क्षेत्र में बूथ नम्बर 1358, विकासनगर में सेंट फ़ेडलिस स्कूल, इंदिरानगर सेक्टर 18 , सरोजिनिनगर वार्ड 14, वृन्दावन योजना सेक्टर 12, इंद्रानगर वार्ड 86 आदि में ईवीएम ख़राब होने की शिकायतें मिली.
लखनऊ के गुडंम्बा थाना क्षेत्र में पुलिस और सपा पार्षद प्रत्याशी पंकज यादव के बीच हुई झड़प हो गई। आरोप है कि बीजेपी प्रत्याशी द्वारा फर्जी वोटिंग कराई जा रही थी, जिसका पंकज यादव ने विरोध किया.अंबरगंज वार्ड में भाजपा के प्रत्याशी और समर्थकों के बीच ही कहासुनी के साथ हाथापाई और गाली गलौच हुई. विकासनगर में सेंट फ़ेडलिस स्कूल के बूथ पर बीजेपी प्रत्याशी रिकॉर्डिंग कर रहा था. वीडियो रिकॉर्डिंग से मना करने पर उस पर मारपीट करने का आरेाप है. जब पुलिस पहुंची तो प्रत्याशी फरार हो गया.
विपक्ष ने आरोप लगाया है कि चुनाव आयोग ने जानबूझ कर पुरानी और बेकार ईवीएम मशीनों का इस्तेमाल किया है. इससे साफ शंका पैदा होती है कि इन ईवीएम मशीनों के जरिए भाजपा को फायदा पहुंचाया जा रहा है। अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि मीडिया की रिपोर्ट है कि आज के चुनावों के मतदाता सूची में बहुत से मतदाता नाम गायब हैं. इस प्रकार के डिजिटल भारत हमें आगे नहीं ले जा सकते.