नई दिल्ली, बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने आज एक फिर भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी पर खूब हमला बोला। नोटबंदी के फैसले से लेकर चुनावी वादों तक, मायावती ने हर मुद्दे पर बीजेपी को आड़े हाथों लिया। मायावती ने कहा कि ये प्रेस कॉन्फ्रेंस यूपी में जल्द होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर और खासकर बीजेपी द्वारा अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए आए दिन किए जा रहे षड्यंत्रों से प्रदेश की जनता को, खासतौर पर मुस्लिम समाज के लोगों को सचेत करने के लिए रखी गई है।
मायावती ने ‘नोटबंदी’ पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की ‘नूर उतर जाने’ वाली टिप्पणी पर पलटवार करते हुए आज कहा कि नूर मेरा नहीं, बल्कि शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे का उतर चुका है, क्योंकि नोटबंदी से देश की जनता को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मायावती ने इस बारे में संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा कि मुझे तो ऐसा लग रहा है कि मेरा नूर नहीं उतरा है बल्कि शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का, भाजपा के अन्य राष्ट्रीय नेताओं, केन्द्रीय मंत्रियों और कार्यकर्ताओं का बड़े पैमाने पर नूर उतर चुका है। उन्होंने कहा कि इस अपरिपक्व एवं जल्दबाजी में लिये गये फैसले से देश की जनता इधर-उधर भाग रही है और उसे काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मायावती ने कहा कि मोदी और शाह जहां कहीं भी जाते हैं, क्या आपने वहां उनके चेहरे नहीं देखे, ना तो मेरे और ना ही बसपा कार्यकर्ताओं के चेहरों का नूर उतरा है क्योंकि हमें पता है कि उत्तर प्रदेश में बसपा सत्ता में आ रही है। शाह ने एक रैली के दौरान कहा था कि नोटबंदी से सबसे ज्यादा दर्द उन्हें हो रहा है, जिनके अरबों खरबों रूपये रद्दी में बदल गये। ममता बनर्जी और मायावती के चेहरों का नूर गायब हो गया है और एक ही दिन में उनकी उम्र दस साल बढ़ गई लगती है।