नई दिल्ली, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। एएनआई के मुताबिक, उन्होने अपना इस्तीफा राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी को सौंपा। नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप मे पुष्प कमल दहल प्रचंड का यह दूसरा कार्यकाल था। 62 वर्षीय प्रचंड पिछले साल अगस्त में नेपाल के 39वें प्रधानमंत्री हुये थे।
फिर जल उठा सहारनपुर, दलितों पर हमला, एक को गोली मारी, दो को काटा
सहारनपुर जातीय दंगा पीड़ितों से मिली मायावती, आर्थिक सहायता की घोषणा की
प्रचंड ने अगले पीएम के तौर पर नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा का रास्ता साफ करने के लिए यह फैसला लिया है। नेपाली कांग्रेस के अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा के समर्थन से प्रधानमंत्री बने प्रचंड ने नेकां के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किया था, जिसके मुताबिक उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया है।
सपा सरकार मे आरोप लगाते थे, हर जगह यादव अफसर, अब क्या हो रहा है ?- अखिलेश यादव
सहारनपुर हिंसा, सरकार के पक्षपात का परिणाम, संघर्ष के लिए तैयार रहें कार्यकर्ता-मायावती
प्रचंड और देउबा में इस बात की सहमति बनी थी कि दोनों फरवरी 2018 में संसदीय चुनाव होने तक बारी-बारी से प्रधानमंत्री पद संभालेंगे। समझौते के अनुसार, प्रचंड को स्थानीय चुनाव होने तक पद पर रहना था, जबकि प्रांतीय और केंद्रीय स्तर के चुनाव देउबा के प्रधामंत्रित्व काल में होने थे।
सहारनपुर-दंगाईयों से घिरे अम्बेदकर महासभा के अध्यक्ष, जानिये कैसे बचे ?
सहारनपुर-अम्बेडकर महासभा अध्यक्ष ने, मायावती की आर्थिक मदद को बताया अपर्याप्त
इससे पहले उन्होंने मंगलवार को अपना पद छोड़ने का फैसला टाल दिया था, जिसके बाद काठमांडू में राजनीतिक अनिश्चितता बढ़ गई थी। जबकि नेपाली कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के नेता के.पी. ओली ने संसद में कहा कि प्रधानमंत्री स्थानीय चुनाव के मध्य इस्तीफा नहीं दे सकते और 14 जून को दूसरे चरण का चुनाव पूरा होने तक उन्हें पद पर बने रहना चाहिए।
आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की हुई जीत, बीजेपी का पत्ता साफ
लखनऊ मे, एसडीएम ज्योत्सना यादव पर हमला, तीन गिरफ्तार
योगी सरकार की सातवीं कैबिनेट मे हुये, चार महत्वपूर्ण फैसले