नई दिल्ली, केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने आज कैबिनेट कमेटी ऑन इकनोमिक अफेयर्स की मीटिंग के बाद जानकारी दी कि नेपाल के हाइड्रो इलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट अरुण-3 में निवेश की मंजूरी सरकार से मिल गयी है। इसका निर्माण केंद्र और हिमाचल सरकार की हिस्सेदारी वाली कंपनी एसजेवीएन लिमिटेड करेगी। जिसके तहत 900 मेगावाट बिजली के उत्पादन का लक्ष्य होगा।
कंपनी एसजेवीएन को वर्ष 2008 में भारत की मिनी रत्न कंपनियों की सूची में शामिल किया गया है। कैबिनेट से उर्जा मंत्रालय के दूसरे प्रोजेक्ट को भी मंजूरी मिल गयी है। जिसमें सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर दोगुना कर दिया गया है। मीटिंग में सोलर पार्क विकास योजना और अल्ट्रा मेगा सोलर पावर प्रोजेक्ट की क्षमता 20 हजार मेगावाट से 40 हजार मेगवाट करने को कैबिनेट ने मंजूर कर लिया।
कैबिनेट ब्रीफिंग में कहा गया कि देशभर के कई हिस्सों में सरकार की ओर से कम से कम 50 सोलर पार्क को स्थापित किये जाएगा। जिसकी अनुमानित ऊर्जा उत्पादन क्षमता 500 मेगावाट और इससे अधिक रखी गयी है। इसके साथ ही भारत और पोलैंड के बीच कृषि और उससे संबंधित सेक्टर में आपसी सहयोग के समझौते को सरकार से मंजूरी मिल गयी है। साथ ही भारत और ग्रीस के बीच एक सर्विस के समझौते को स्वीकार कर लिया गया है। सिविल एविएशन सिक्योरिटी के क्षेत्र में भारत और आस्ट्रेलिया के दरम्यान एमओयू को कैबिनेट की मंजूरी मिल गयी है।