नई दिल्ली, आयकर विभाग ने ऐसी 200 से अधिक फर्जी कंपनियों का पता लगाया है, जिन्होंने पिछले दो महीने में नोटबंदी के दौरान अपने काले धन को सफेद किया। ये कंपनियां दिल्ली, कर्नाटक, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र और पंजाब के अलावा उत्तर प्रदेश में स्थित हैं। आयकर विभाग इस दौरान इन कंपनियों में हुए लेन-देन की जांच कर रहा है और इस बात की समझने की कोशिश कर रहा है कि नोटबंदी के दौरान किसने इन कंपनियों के जरिए मनी लॉंड्रिंग की।
दिल्ली के वकील रोहित टंडन जिसे पहले ही मनी लांड्रिग के केस में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है। टंडन पर भी अपनी फर्जी कंपनियों के जरिए अवैध नकदी को सफेद करने का आरोप है। आयकर विभाग नई छोटी कंपनियों की भी बिजनेस डिटेल खंगालने में लगा है। विभाग नई कंपनियों में होने वाले लेन-देन पर पर नजदीकी से नजर बनाए हुए है। एक अंग्रेजी अखबार से बात करते हुए विभाग के एक सूत्र ने बताया, जांच फिलहाल जारी है और हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि इन मामलों की जांच शीघ्र हो जाए। हमारे पास बड़ी संख्या में ऐसी फर्जी कंपनियों का विवरण है, जिनमें संदिग्ध लेन-देन हुआ है। आयकर विभाग पहले ही निजी और सरकारी बैंकों से ऐसे संदिग्ध लेन-देन करने वालों की जानकारी मांग चुका है जिन्होंने दो लाख रुपये या उससे ज्यादा का लेन देन किया है।