कानपुर, 500 व एक हजार के नोट बंदी से आम जनता ही नहीं बब्बर शेर का जोड़ा भी प्रभावित हुआ है। लंबे समय से कानपुर जू में खाली पड़े बब्बर शेर के बाड़े को गुलजार करने के लिए रायपुर से लॉयन का पेयर लाया जाना था लेकिन नई करंसी के अभाव में फिलहाल अभी बब्बर शेर का जोड़ा नहीं आ पाएगा। कानपुर वन्यजीव प्राणि उद्यान से हैदराबाद जू से लाए गए बब्बर शेर विष्ण व शेरनी लक्ष्मी को शासन ने 10 सितंबर 2014 को लायन सफारी इटावा में शिफ्ट करा दिया था। इसके बाद से यहां पर वन्यजीव प्रेमी शेर व शेरनी के दीदार नहीं कर सके। अब रायपुर की लॉयन सफारी से एक जोड़ा बब्बर शेर व शेरनी को लाया जा रहा है।
डाक्टरों की टीम ने दो बार जोड़ों का चेकअप किया जिसमें एक बार कुछ दिक्कतों के चलते कानपुर लाने के लिए टाल दिया गया। इसके बाद दोबारा चेकअप किया गया और नवम्बर माह के दूसरे सप्ताह लाने का फैसला किया गया लेकिन नई करंसी के अभाव में एक बार फिर बब्बर शेर के जोड़े को कानपुर लाने का फैसला टाल दिया गया है। प्राणि उद्यान के निदेशक दीपक कुमार का कहना है कि बब्बर शेर के इस जोड़े को लाने में लगभग डेढ़ लाख का खर्च होगा लेकिन नई करंसी न होने के चलते अब इस जोड़े को दिसंबर के पहले सप्ताह में लाया जाएगा। जू निदेशक ने बताया कि रायपुर कानपुर से लगभग 850 किलोमीटर है। शेरों के जोडों को लाने के लिए दो पिंजरे चार दिसंबर को वहां भेजे जा रहे हैं जो कानपुर वापस आने में तीन से चार दिन का समय लेंगे। उन्होंने कहा कि जोड़ों का वजन करीब 16 क्विंटल है, उनको सुरक्षित लाने के लिए ट्रक की रफ्तार काफी धीमी रखनी पड़ेगी। उन्होंने बताया कि इस दौरान डाक्टरों की टीम बराबर साथ चलेगी।