नयी दिल्ली , नोटबंदी के बाद बैंक खातों में पांच लाख रुपये से अधिक की राशि जमा कराने वाले 18 लाख लोगों को जारी नोटिस का जबाव अब 15 फरवरी तक दिया जा सकेगा।
आयकर विभाग ने यहां बताया कि नोटिस जारी होने पर 10 दिनों के भीतर जबाव देने के लिए कहा गया था लेकिन इस अवधि को बढ़ाकर 15 फरवरी कर दिया गया है। ऐसे लोगों को ई सत्यापन कराना होगा नहीं तो उनके खाते सील कर दिये जायेंगे। उसने कहा कि जिन लोगों ने जबाव नहीं दिया है उन्हें 15 फरवरी तक अपना जबाव दे देना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि नोटबंदी के बाद नौ नवंबर से 30 दिसंबर के बीच बैंक खातों में जमा करायी गयी नकद राशि का ई सत्यापन किया गया है और इसके लिए सीबीडीटी ने अपने स्तर पर एक साॅफ्टेवयर विकसित किया है। इस साफ्टवेयर पर आधारित श्स्वच्छ धन अभियानश् शुरू किया गया है और इसी के तहत नाेटबंदी के दौरान जमा नकद राशि की पहचान की जा रही है। इसके तहत करदाताओं के आयकर रिटर्न और नकदी लेनदेन का मिलान किया जा रहा है और उसी के आधार पर अधिक धनराशि जमा कराने वालों की पहचान कर ई मेल या एसएमएस के जरिये नोटिस भेजे गये हैं।