नई दिल्ली, वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि नोटबंदी के फायदे दिखने लगे हैं. बेनामी पैसा सिस्टम में आ गया है. नोटबंदी के आलोचक गलत साबित हुए. नोटबंदी का एकाध तिमाही में आर्थिक वृद्धि पर प्रतिकूल असर पड़ सकता था हालात इतने बुरे नहीं जितना कि कहा जा रहा था.
वित्तमंत्री ने कहा कि मुद्रा का बड़ा हिस्सा बदला जा चुका है व 500 रुपये के और नए नोट जारी किए जा रहे हैं. रिजर्व बैंक के पास पर्याप्त मात्रा में नोट उपलब्ध हैं. अरुण जेटली ने कहा है कि बैंकों की कर्ज देने की क्षमता बढ़ी है. टैक्स कलेक्शन में बढ़ोतरी से देश के राजस्व में बढ़ोतरी हुई है. नवंबर 2015 की तुलना में इस बार ज्यादा टैक्स आया है.अरुण जेटली ने बताया कि नये नोट जारी करने का काम काफी आगे बढ़ चुका है, कहीं से अशांति की कोई खबर नहीं. रबी की बुवाई में 6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई. उन्होने बताया कि जीवन बीमा कारोबार 213 प्रतिशत बढ़ा है, पर्यटन उद्योग और म्यूचुअल फंड योजनाओं में निवेश में भी वृद्धि हुई है.
वित्तमंत्री ने कहा कि यही नहीं 19 दिसंबर तक प्रत्यक्ष कर संग्रह में 14.4 प्रतिशत, अप्रत्यक्ष कर संग्रहण में 26.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई. केंद्रीय उत्पाद शुल्क की वसूली की वृद्धि 43.3 प्रतिशत तथा सीमा शुल्क वसूली की वृद्धि 6 प्रतिशत हुई.