सीतापुर, बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को तीखे अंदाज में भाजपा और सपा को निशाने पर लिया। भाजपा को नोटबंदी तो सपा को यूपी में बढ़ते अपराध के लिए कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि राजनीतिक स्वार्थ के चलते लिए गए नोटबंदी के फैसले से 90 प्रतिशत लोग अभी भी परेशान हैं। वहीं प्रचार-प्रसार में जनता का पैसा बर्बाद कर रही सपा सरकार पांच साल में यूपी की कानून-व्यवस्था सही नहीं कर पाई। इस विधान सभा चुनाव में इन दोनों पार्टियां को नुकसान उठाना पड़ेगा।
मायावती ने सीतापुर में पार्टी के प्रत्याशी के समर्थन में आयोजित जनसभा में कहा कि भाजपा ने पूंजीपतियों, उद्योगपतियों को पहले से भी ज्यादा मालामाल कर दिया है। अब उन्हीं के सहारे यूपी की सत्ता में आने का सपना देख रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की कानून-व्यवस्था सही करने में नाकाम मोदी सरकार अब यूपी की कानून-व्यवस्था सही करने का ढिंढोरा पीट रही है। बसपा मुखिया ने कहा कि भाजपा फिर केन्द्र या इस बार यूपी की सत्ता में आई तो आरक्षण खत्म देगी।
जबकि सपा-कांग्रेस गठबंधन जीता तो यूपी में अपराध पहले ज्यादा बढ़ जाएगा। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कांग्रेस के घोटालों से जनता जगजाहिर है। ऐसी सरकार से सपा गठबंधन कर यूपी में वापसी का सपना देख रही है, जो सच नहीं होगा। मायावती ने आरोप लगाते हुए कहा कि विरोधी पार्टियों के मैनेज मीडिया ओपीनियन पोल बसपा को चौथे नंबर की पार्टी बता रहे हैं।
ऐसा ही 2007 के विधानसभा चुनाव में भी हुआ था, लेकिन चुनाव का परिणाम आने पर यह फर्जी ओपीनियन पोल झूठे साबित हुए थे। यही इस बार भी होगा। उन्होंने कहा कि पहले चरण के चुनाव में बसपा के पक्ष में वोटिंग हुई है। चुनाव परिणाम आने पर बसपा नंबर एक की पार्टी होगी। जिसे भाजपा ने ही अंदर-अंदर स्वीकार भी कर लिया है। भाजपा दूसरे और तीसरे नंबर पर आने के लिए ही चुनाव लड़ी रही है। उन्होंने कहा कि बीएसपी की सरकार बनने पर गुंडो, माफियाओं के जंगलराज का सफाया कर दिया जाएगा। अपराधियों का ठिकाना जेल होगा।