न्याय के बगैर नयी इमारतें बनाने का औचित्य नहीं: अखिलेश यादव

बलिया,‌ संसद भवन की नयी इमारत के लोकार्पण को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर निशाना साधते हुये समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा कि देश में अगर आम लोगों को न्याय नहीं मिल रहा है तो बड़ी-बड़ी इमारते बनाने का कोई औचित्य नहीं है।

छात्र नेता हेमंत यादव को श्रद्धाजंलि अर्पित करने यहां आये अखिलेश यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अगर आम लोगों को न्याय नहीं तो बड़ी बड़ी बिल्डिंगें बनाने का कोई औचित्य नहीं है। वो लोकसभा का नई बिल्डिंग बना रहे हैं और उत्तर प्रदेश में युवा बेरोजगार घूम रहे हैं ।

उन्होने कहा कि संसद में विपक्ष का कोई मान नहीं है और अगर लोकतंत्र में विपक्ष का कोई मान नही है तो लोकतंत्र किसके लिए है । उन्होंने सरकार पर लोकसभा में झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि लोकसभा लोकतंत्र का मंदिर है मगर सरकार लोकसभा में सच्चे आंकड़े नहीं देती । झूठे आंकड़े पेश करती है। मोदी सरकार लोकतंत्र में सुप्रीम कोर्ट की परवाह नही कर रही है।

दिल्ली मामले में अध्यादेश जारी करने को लेकर मोदी सरकार पर हमला करते हुए सपा अध्यक्ष ने सवाल किया कि सरकार ट्रांसफर ऑफ पावर क्यों कर रही हैं । पावर को छीन रही है । संस्थाओं के साथ खिलवाड़ कौन कर रहा है । यह तो दिल्ली की बात है, उत्तर प्रदेश का क्या हाल है। राज्यपाल भवन से गलत आदेश जारी हो रहे हैं । रजिस्ट्रार को निलंबित करने के आदेश राज्यपाल भवन से हो रहे हैं । रजिस्ट्रार की नियुक्ति का अधिकार राज्य सरकार के पास है । राज्यपाल को नियुक्ति का अधिकार नहीं है।

अखिलेश यादव ने मोदी सरकार के नौ साल पूरा करने के सवाल‌ पर चुटकी लेते हुए कहा “ मोदी सरकार पहले नौ नंबरी थी , अब दस नंबरी हो गई। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उत्तर प्रदेश के छुट्टा जानवर से मुक्त होने का दावा कर रहे हैं, जबकि उत्तर प्रदेश में सड़क के डिवाइडर पर सांड बैठे दिखाई दे रहे हैं । प्रदेश में छुट्टा जानवर घूम रहे हैं ।

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