नई दिल्ली, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह कांग्रेस छोड़ नई पार्टी बनाने का इरादा रखते हैं। इस मसले पर कांग्रेस ने चुप्पी साध ली है। दरअसल हाल ही में सम्पन्न हुए पांच राज्यों में से एक मात्र राज्य में कांग्रेस को जीत हासिल हुई थी और जीत का श्रेय पार्टी ने अपने राजनीतिक सलाहकार प्रशांत किशोर की बजाए मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह को दिया था।
ऐसे में अमरिंदर सिंह का ये बयान पार्टी को विचलित करने वाला और कार्यकर्ताओं को हतोत्साहित करने वाला है। तब जबकि की कैप्टन अमरेंद्र सिंह का कद ही उनकी कार्यकर्ताओं में उनकी मजबूत पकड़ की वजह से है। उल्लेखनीय है कि अपनी जीवनी द पीपुल्स महाराजा के विमोचन के मौके पर बुधवार को मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह दो साल पहले कांग्रेस के साथ मतभेदों के चलते अपनी खुद की पार्टी बनाना चाहते थे। हालांकि उन्होंने ये भी साफ किया कि उन्होंने भाजपा में शामिल होने के बारे में कभी सोचा नहीं था।