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पटना मैराथन ने रचा इतिहास : नशा मुक्त बिहार की ओर दौड़े कदम

पटना , बिहार मद्यनिषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पटना मैराथन में “रन फॉर नशामुक्त बिहार” अभियान को जोरदार समर्थन मिला, जिसमे बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने हिस्सा लेकर इसे सफल बनाया ।

राजधानी पटना के गांधी मैदान में पटना मैराथन का आयोजन किया गया। पटना मैराथन का उद्देश्य बिहार को नशामुक्त बनाना, लोगों को नशामुक्ति के प्रति जागरूक करना और एक स्वस्थ समाज का निर्माण करना था। मैराथन में 10,000 से अधिक प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। पटना मैराथन के शुरुवात डीजे ऑली के शानदार कार्यक्रम से हुआ जिसने मैराथन में आए सभी प्रतिभागियों मे एक अलग सा जोश भर दिया।

आयोजन की शुरुआत मंत्री रत्नेश सादा, मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग, विनोद सिंह गुंजियाल, सचिव, मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग, रजनीश कुमार सिंह आयुक्त उत्पाद -सह- निबंधन महानिरीक्षक, सायना नेहवाल, एवं गणमान्य अतिथि द्वारा फ्लैग ऑफ कर किया गया।

पटना मैराथन के अवसर पर प्रमुख अतिथियों में, प्रत्यय अमृत, विकास आयुक्त, कुमार रवि मुख्यमंत्री सचिन, गोपाल सिंह मुख्यमंत्री विशेष कार्य पदाधिकारी, डॉ. एस. सिद्धार्थ (अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग), बी० राजेन्द्र, प्रधान सचिव, खेल विभाग, एन. सरवण कुमार, श्रीमती वंदना प्रेयसी, गोपाल मीणा (प्रमंडलीय आयुक्त, तिरहुत प्रमंडल), श्री प्रणव कुमार सचिव गृह विभाग, बी. कार्तिकेय धनजी, वैभव श्रीवास्तव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। वरिष्ठ अधिकारी ने कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी दिखाते हुए अपनी उपस्थिति से आयोजन को और भव्य बनाया।

मैराथन में शामिल प्रतिभागियों को सुबह 5:00 बजे गांधी मैदान के गेट संख्या-01 से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। निर्धारित रूट गांधी मैदान के गेट संख्या – 01 से शुरू होकर जेपी गंगा पथ, और अटल पथ तक था। अटल पथ से यू-टर्न लेकर प्रतिभागी उसी मार्ग से वापस गांधी मैदान के गेट संख्या-01 तक पहुंचे, जहां फिनिशिंग लाइन पर दौड़ समाप्त हुई।

पटना मैराथन में सभी श्रेणियों की दौड़ गांधी मैदान के गेट संख्या-01 से अलग-अलग अंतराल पर हरी झंडी दिखाकर प्रारंभ की गई। पटना मैराथन 2024 के दौरान प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा, सुगम यातायात और विधि व्यवस्था के लिए व्यापक प्रबंध किए थे। इसके लिए दंडाधिकारियों, पुलिस अधिकारियों और पुलिस बलों की तैनाती सुनिश्चित की गई थी। चिकित्सा सहायता के लिए अस्थायी चिकित्सा शिविर स्थापित किए गए, जिनमें कार्डियोलॉजिस्ट भी मौजूद थे। 10.5 किलोमीटर के बिंदु पर एंबुलेंस और डॉक्टरों की व्यवस्था की गई थी, जबकि पूरे मार्ग पर दो एंबुलेंस लगातार गतिमान रहीं । आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए पीएमसीएच, एनएमसीएच, इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान और इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में आकस्मिक चिकित्सा सुविधाएं, ऑपरेशन थिएटर और ट्रॉमा सेंटर खुले रखे गए, जहां विशेषज्ञ डॉक्टर और कार्डियोलॉजिस्ट तैनात थे।

21 किमी एलीट महिला वर्ग में अंजली कुमारी ने अपनी शानदार दौड़ के साथ पहला स्थान हासिल किया, जबकि संतोषी श्रेष्ठा (नेपाल से) दूसरे और इयेरुसलेम तसे तीसरे स्थान पर रहीं। वहीं, एलीट पुरुष वर्ग में अबेबे योसेफ गीताहूँ ने पहला स्थान प्राप्त किया, यशवीर सेहरावत दूसरे और श्याम श्याम तीसरे स्थान पर रहे।

42 किमी एलीट महिला वर्ग में, अपने शानदार प्रदर्शन के साथ सेनाइट केफेलेग्न लेशारगे (इथोपिया से) ने पहला स्थान हासिल किया, जबकि जेनेट शिकुर राशिद (इथोपिया से) दूसरे और बिसले गुये (इथोपिया से ) तीसरे स्थान पर रहीं। वहीं, एलीट पुरुष वर्ग में निगुसे केबेड़े गुर्मुस्सा ने पहला स्थान प्राप्त किया, अदुना त्सेगाये दूसरे और हरेंद्र चौहान तीसरे स्थान पर रहे।

10 किमी महिला दौड़ में तमसी सिंह ने अपनी शानदार दौड़ के साथ पहला स्थान हासिल किया, जबकि मुन्नी देवी दूसरे और रेबी पॉल तीसरे स्थान पर रहीं। वहीं, पुरुष वर्ग में शुभम बालियान ने पहला स्थान प्राप्त किया, पंकज कुमार दूसरे और प्रिंस राज मिश्रा तीसरे स्थान पर रहे। पटना मैराथन में बिहार सरकार और स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के अधिकारियों ने सक्रिय भागीदारी निभाकर इसे सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई। बड़ी संख्या में लोगों की सहभागिता यह दर्शाती है कि बिहार नशामुक्ति के खिलाफ हर पहल में बिहार सरकार के साथ मजबूती से खड़ा है।