पठानकोट, 02 जनवरी 2015 में पठानकोट पर हुए आतंकी हमले पर एनआईए ने चार्जशीट दाखिल की जिसमें आतंकी मसूद अजहर का नाम भी शामिल है। राष्ट्रीय जांच एजैंसी ने पठानकोट आतंकी हमले में आरोपपत्र दाखिल की जिसमें पाकिस्तानी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के साथ उसके भाई रउफ अशगर के नाम आरोपी के तौर पर बताए गए हैं। सूत्रों अनुसार आरोपपत्र में बताया गया है कि अशांति फैलाने में जैश आतंकवादी समूह की भूमिका और संगठन की कुत्सित सोच को उजागर कर सकता है।
पठानकोट की घटना के तत्काल बाद रउफ ने एक वीडियो संदेश जारी कर आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी और अपने भाई अजहर को उजागर किया था जिसे 1999 में इंडियन एयरलाइन्स के विमान आईसी-814 के यात्रियों के बदले छोड़ा गया था। भारत एन.आई.ए.के आरोपपत्र का उपयोग इस साल दो जनवरी को हुए पठानकोट आतंकी हमले के सिलसिले में मसूद अजहर की भूमिका को उजागर करने के लिए विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर किया।
जैश और उसके प्रमुख मसूद अजहर के खिलाफ कूटनीतिक अभियान शुरू करना इसलिए भी जरूरी हो गया क्योंकि चीन ने अजहर और उसके संगठन के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र में प्रतिबंध लगाने के भारत के प्रयासों को बाधित किया। गृह मंत्रालय ने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत एनआईए को अजहर, उसके भाई और हमले के बाद मारे गये चार आतंकवादियों के दो आकाओं-काशिफ जान तथा शईद लतीफ के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल करने की स्वीकृति दे दी थी। एनआईए के अनुसार हमले के दो दिन बाद मारे गए आतंकवादियों की पहचान नासिर हुसैन, हाफिज अबू बाकर, उमर फारक तथा अब्दुल कयूम के तौर पर की गयी और वे क्रमशः पाकिस्तान के वेहारी (पंजाब), गुजरांवाला (पंजाब), संघार (सिंध) और सुक्कुर (सिंध) के थे।