नई दिल्ली, कर चोरों की पनाहगाह माने जाने वाले पनामा में टैक्स बचाने के लिए दूसरे देशों में पैसा छिपाने के मामले में भारत से कुछ और लोगों के नाम सामने आए हैं। पनामा की लॉ फर्म के 1.15 करोड़ टैक्स डॉक्युमेंट्स लीक हुए हैं। जो नाम सामने आए थे उनमें व्लादिमीर पुतिन, नवाज शरीफ, शी जिनपिंग और फुटबॉलर मैसी शामिल थे। बड़े भारतीय नामों में अमिताभ बच्चन, ऐश्वर्या राय और डीएलएफ के प्रमोटर केपी सिंह शमिल हैं। इनमें नेता, व्यापारी, ज्वैलर और क्रिकेटर का नाम शामिल है।
अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने टैक्स हैवन देशों में कंपनियां खरीदने वालों की दूसरी लिस्ट जारी की है। लीक हुए टैक्स डॉक्युमेंट्स बताते हैं कि कैसे दुनियाभर के 140 नेताओं और सैकड़ों सेलिब्रिटीज ने टैक्स हैवन कंट्रीज में पैसा इन्वेस्ट किया। शैडो कंपनियां, ट्रस्ट और कॉरपोरेशन बनाए गए। इनके जरिए टैक्स बचाया गया। लीक हुए डॉक्युमेंट्स खासतौर पर पनामा, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड और बहामास में हुए इन्वेस्टमेंट के बारे में बताते हैं। सवालों के घेरे में आए लोगों ने इन देशों में इन्वेस्टमेंट इसलिए किया, क्योंकि यहां टैक्स रूल्स काफी आसान हैं और क्लाइंट की आइडेंडिटी का खुलासा नहीं किया जाता। पनामा में ऐसी 3.50 लाख से ज्यादा सीक्रेट इंटरनेशनल बिजनेस कंपनियां हैं।
लीक हुए डॉक्युमेंट्स मोसेक फोंसेका (Mossack Fonseca) के हैं। यह लीगल फर्म है, जिसके 35 देशों में ऑफिस हैं। इन डॉक्युमेंट्स में 2 लाख 14 हजार अकाउंट्स का जिक्र है। ये करीब 40 साल से पनामा के बैंकों में हैं। 1977 में बनी मोसेक फोंसेक का हेडक्वॉर्टर पनामा में है। यह दुनियाभर की कंपनियों या लोगों से मोटी फीस लेकर उन्हें फाइनेंशियल मैटर्स पर एडवाइस देती है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, एडवाइस की आड़ में यह लीगल फर्म ऑफशोर कंपनियां बना देती हैं। यानी आप लीगल फर्म को फीस दीजिए और सीक्रेट और आसान टैक्स सिस्टम वाले देशों में कंपनियां बना लीजिए। यह लीगल फर्म लोगों की ऑफशोर कंपनियां बनाती हैं, जो संबंधित देशों के टैक्स नियमों से तो चलती हैं, लेकिन रियल ओनरशिप को छुपा देती हैं।
3# डॉक्युमेंट्स किसे मिले? जर्मन अखबार Sueddeutsche Zeitung ने अपने एक सोर्स के जरिए ये डॉक्युमेंट्स हासिल किए। साइज में यह डाटा 2.6 टेराबाइट है। यह विकीलीक्स के जूलियन असांजे और सीआईए के एक्स एजेंट एडवर्ड स्नोडेन के जारी किए गए डाटा से कई गुना ज्यादा है, ये डॉक्युमेंट्स 1975 से 2015 तक के हैं। इस कन्सॉर्टियम में दुनियाभर के 100 से ज्यादा मीडिया हाउसेस के 370 जर्नलिस्ट हैं। इनमें कुछ भारतीय जर्नलिस्ट्स भी हैं।
इस लिस्ट में 12 मौजूदा या एक्स वर्ल्ड लीडर्स शामिल हैं। इनमें रशियन प्रेसिडेंट व्लादिमीर पुतिन, पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ, चीन के प्रेसिडेंट शी जिनपिंग जैसे 140 नेता शामिल हैं। पाकिस्तान की पूर्व पीएम बेनजीर भुट्टो का नाम भी आया है। बता दें कि भुट्टो की एक आतंकी हमले में मौत हो चुकी है।
स्पोर्ट्स फील्ड से बड़ा नाम लियोनोल मैसी शामिल है। वे अर्जेंटीना के फुटबॉलर हैं।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, इस लिस्ट में 500 भारतीयों, कंपनियों और ट्रस्टों के नाम हैं। अमिताभ बच्चन और ऐश्वर्या राय बच्चन भी सवालों के घेरे में हैं। डीएलएफ के प्रमोटर केपी सिंह, इंडियाबुल्स के समीर गहलोत, गौतम अडाणी के बड़े भाई विनोद अडाणी और अंडरवर्ल्ड सरगना इकबाल मिर्ची के नाम लिस्ट में हैं। चौंकाने वाले नामों में पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे शामिल हैं।
अमिताभ : इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, अमिताभ को चार कंपनियों का डायरेक्टर बनाया गया था। इनमें से तीन बहामास में थीं, जबकि एक वर्जिन आइलैंड में थी। इन्हें 1993 में बनाया गया। इन कंपनियों की अथॉराइज्ड कैपिटल 5 हजार से 50 हजार डॉलर के बीच थी। लेकिन ये कंपनियां उन शिप्स का कारोबार कर रही थीं, जिनकी कीमत करोड़ों में थी।
– ऐश्वर्या :इन्हें पहले एक कंपनी का डायरेक्टर बनया गया। बाद में उन्हें कंपनी का शेयर होल्डर डिक्लेयर कर दिया गया। कंपनी का नाम अमिक पार्टनर्स प्राइवेट लिमिटेड था। इसका हेडक्वार्टर वर्जिन आइलैंड में था। ऐश्वर्या के अलावा पिता के. राय, मां वृंदा राय और भाई आदित्य राय भी कंपनी में उनके पार्टनर थे। जानकारी के मुताबिक, यह कंपनी 2005 में बनाई गई। तीन साल बाद यानी 2008 में यह बंद हो गई थी।
– गरवारे फैमिली:रोन्डर ओवरसीज लिमिटेड और दूसरी कई कंपनियां चलाती है। ये कंपनियां ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड और पनामा में हैं। लिस्ट में इस फैमिली के तीन लोगों अशोक गरवारे, आदित्य गरवारे और सुषमा गरवारे के नाम हैं।
– शिशिर के. बाजोरिया:हैप्टिक लिमिटेड (ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स) के नाम से रजिटस्टर्ड कंपनी। शिशिर बाजोरिया ग्रुप के प्रमोटर हैं जो जूट और टी का बिजनेस संभालती हैं। इस ग्रुप की स्टील यूनिटें छह देशों में काम कर रही हैं। करीब 200 मिलियन डॉलर का टर्नओवर है।
– ओंकार कंवर:जे एंड एस सिस्टम्स कॉरपोरेशन (ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स)। इनकी कंपनी अपोलो टायर्स बनाने के लिए ज्यादा मशहूर है। इन्होंने 2010 में जे एंड एस कॉरपोरेशन नाम से कंपनी और 2014 में दो ट्रस्ट बनाए। इनका रजिस्ट्रेशन भी ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में है।
– हरीश साल्वे:क्रेस्टब्राइट, पायबुश ग्रुप और एडनेवल ग्रुप लिमिटेड (ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड)। देश के सबसे मशहूर वकील हैं। कई सेलिब्रिटीज की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में पेश होते रहे हैं। साल्वे 1999 से 2002 तक सॉलिसिटर जनरल ऑफ इंडिया भी रहे। उनकी फैमिली के तीन मेंबर्स के नाम से तीन कंपनियां ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में रजिस्टर्ड हैं।
कुशल पाल सिंह: देश की सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनी डीएलफ के प्रमोटर हैं। केपी. सिंह के नाम से मशहूर इस डीएलएफ प्रमोटर की पत्नी इंदिरा उस कंपनी (वाइल्डर लिमिटेड) में शेयर होल्डर हैं, जो ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड में रजिस्टर्ड है। सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा से लैंड डील को लेकर सिंह का नाम सुर्खियों में रहा था। 2011 में सिंह फोर्ब्स की ‘रिचर लिस्ट’ में 130वें नंबर पर थे।
=समीर गहलोत:रियल एस्टेट ग्रुप के प्रमोटर हैं। 2014 में समीर उनके पिता बलवान सिंह और भाई नागेंद्र तब चर्चा में आए, जब उन्होंने लंदन में 87444 स्क्वेयर फीट की प्रॉपर्टी अक्वायर की। इनकी तीन फर्म ब्रिटेन, बहामास और न्यू जर्सी में बताई गई हैं।
-जहांगीर सोराबजी:मून ग्लो इन्वेस्टमेंट्स ग्लोबल लिमिटेड। जहांगीर पूर्व अटॉर्नी जनरल सोली सोराबजी के बेटे हैं और बॉम्बे हॉस्पिटल में फिजीशियन हैं। जहांगीर मून ग्लो इन्वेस्टमेंट्स ग्लोबल लिमिटेड कंपनी के डायरेक्टर हैं। ये कंपनी ब्रिटिश वर्जिन आइसलैंड्स में रजिस्टर्ड है।
– मोहन लाल लोहिया:वेंटन ग्रुप लिमिटेड और लोहिया चैरिटिबल फाउंडेशन (ब्रिटिश वर्जिन आइसलैंड्स और बहामास)। इंडो रामा सिंथेटिक्स और इंडो रामा होलडिंग्स के चेयरमैन हैं।
– जावेरी पूनावाला: स्टालेस्ट लिमिटेड (ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स)। अरबपति कारोबारी सायरस पूनावाल के भाई हैं। रॉयल वेस्टर्न इंडिया टर्फ क्लब के हेड हैं। स्टालेस्ट लिमिटेड में जावेरी के अलावा पत्नी बहरोज और दो बेटियों सिमोन और डेल्ना को भी डायरेक्टर बताया गया है।
– राजेंद्र पाटिल:एल्गेनबर्ग लिमिटेड (ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स)। पाटिल कर्नाटक के कांग्रेस नेता एस. शिवशंकरप्पा के दामाद और बिजनेसमैन हैं। देवेनगेरे में उनके कई इंजीनियरिंग कॉलेज हैं। पाटिल की एल्गेनबर्ग कंपनी में उनके दो फ्रेंड्स भी शामिल हैं।
लीक हुए डॉक्युमेंट्स के बाद मोसाक फोंसेका ने कहा कि यह क्राइम है और इसे हम अपने देश पनामा पर हमला मानते हैं। कंपनी के मुताबिक, कुछ देशों को हमारी कामयाबी पसंद नहीं आ रही है। पनामा सरकार ने कहा है कि वह संदिग्ध डील्स को लेकर जीरो टॉलरेन्स की पॉलिसी पर चलती है और अगर कोई देश कानूनी तौर पर जांच करेगा तो वह उसकी मदद करेगी।
– अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने टैक्स हैवन देशों में कंपनियां खरीदने वालों की दूसरी लिस्ट जारी की है।
1. अश्विनी कुमार मेहरा:मेहरासंस ज्वैलर्स के मालिक हैं। इनके दो बेटे भी पार्टनर के तौर पर काम करते हैं। इनके नाम विदेशों में सात कंपनियां रजिस्टर्ड पाई गई हैं। ये कंपनियां ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड्स और बहामास में हैं।
2. अनुराग केजरीवाल: अनुराग केजरीवाल लोक सत्ता पार्टी में दिल्ली के प्रेसिडेंट थे। 2014 के लोकसभा इलेक्शन के दौरान एक स्टिंग सामने आने के बाद उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया था। लीक डॉक्युमेंट्स में उनके नाम तीन कंपनियां और दो फाउंडेशन पाए गए हैं। इनकी लोकेशन ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड्स और पनामा है। (ये भी पढ़ें:जेटली बोले- PM खुद चाहते हैं जांच, ऐश्वर्या-नवाज ने दी सफाई)
3. गौतम और करण थापर: क्रॉम्पटन ग्रीव्स के मालिक ब्रजमोहन थापर के बेटे हैं। 1999 में इन्होंने ग्रुप की कमान संभाली। करण साल 2000 से ग्रुप के डायरेक्टर हैं। चार्लवुड फाउंडेशन और निकोम इंटरनेशनल फाउंडेशन के नाम से इनकी पनामा में दो कंपनियां रजिस्टर्ड हैं। गौतम अपने अंकल ललित मोहन थापर के साथ बलारपुर इंडस्ट्रीज लिमिटेड से जुडे़ हैं।
4. सतीश गोविंग समतानी, विश्लव बहादुर और हरीश समतानी: यह फैमिली रेडीमेड गारमेंट्स के कारोबार से जुड़ी है। बहादुर रहने वाले तो लखनऊ के हैं लेकिन फिलहाल बेंगलुरू में उनका रेसीडेंस है। ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड्स में उनके नाम से दो कंपनियां रजिस्टर्ड हैं।
5. गौतम सीन्गल:इन्वेस्ट मैनेजमेंट और आईटी कंसल्टेंट हैं। इसके अलावा भी उनकी कंपनियां हैं जो कई सेक्टर्स में काम करती हैं। इनके नाम से ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड्स में जेफ मोर्गन कैपिटल लिमिटेड रजिस्टर्ड है।
6. प्रभाष संकलेचा: ये मध्य प्रदेश में सरकारी नौकरी करते थे। पत्नी की मौत के बाद फिलहाल इंदौर में रहते हैं। इनके नाम से लोटस होराईजन एसए नाम की कंपनी रजिस्टर्ड है। यह कंपनी पनामा से ऑपरेट करती है।
7. विनोद रामचंद्र जाधव: ये शख्स सावा हैल्थकेयर नाम की कंपनी चलाते हैं। इसकी यूनिट अहमदनगर और बेंगलुरु में हैं। इनके नाम से कई कंपनियां रजिस्टर्ड हैं जो ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड्स में हैं।
8. अशोक मल्होत्रा:इंडियन क्रिकेट टीम का हिस्सा रह चुके हैं। और फिलहाल कोलकाता में क्रिकेट एकेडमी चलाते हैं। इनके नाम से E&P Onlookers Limited नाम की कंपनी ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड्स में रजिस्टर्ड है। अशोक कुछ वक्त तक बंगाल और टीम इंडिया के कोच भी रह चुके हैं।