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पपीता-स्वास्थ्यवर्धक गुणों की खान

papaya कहा जाता है। क्योंकि यह एक ऐसा फल है जिसमें विटामिन सी,ए पोटेशियम और कैल्शियम और आयरन प्रचुर मात्रा में पाए जाते है। इसलिए इसमें ज्यादातर बिमारीयों को ठीक करनें की क्षमता होती है। पपीता आपके पेट के साथ साथ ही त्वचा की खूबसूरती बढ़ाने में भी मदद करता है। इसमें स्वास्थ्य के लिए कई हितकारी गुण भी निहित होते है। पपीता उष्णकटिबंधीय जलवायु में उगने वाला फल है। इसे कच्चा और पक्का दोनों ही रुप में खाया जाता है। पपीता पेट, हृदय और लीवर के रोगों और आंतों की कमजोरी को दूर करने में मददगार होता है। कच्चा पपीता लीवर के लिए बहुत ही उपयोगी होता है। पपीते के पत्तों को कई लोग मलेरिया के इलाज में उपयोग में लेते है। तो आइए जानते है इसके –

स्वास्थ्यवर्धक गुणों

के बारे में।

वजन घटाने में मददगार मीठा होने के बावजूद कैलोरी में कम पपीते को वजन कम करने वाले लोगों को अपने आहार में जरूर शामिल करना चाहिए। एक मध्यम आकार पपीता में सिर्फ 120 कैलोरी होती है। इसलिए यह वजन घटानें में मददगार साबित होता है। इसके अलावा, पपीता में मौजूद फाइबर आपको संतुष्ट और पूर्ण महसूस करवाने के साथ आंतों के कार्यों को ठीक रखता है जिसके फलस्वेरूप वजन घटाना आसान हो जाता है।

आंखो के लिए फायदेमंद  पपीता नेत्र रोगों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन ए की मौजूदगी आंखों की रोशनी को कम होने से बचाती है। इसके सेवन से रतौंधी रोग का निवारण होता है और आंखों की ज्योति बढ़ती हैं।

कोलेस्टॉल कम करनें में सहायक पपीते में फाइबर, विटामिन सी और एंटी-ऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होता है जो आपकी रक्त-शिराओं में कोलेस्ट्रोल के थक्कों को बनने नही देता। कोलेस्ट्रोल के थक्के दिल का दौरा पड़ने और उच्च रक्तचाप समेत कई अन्य ह्रदय रोगों का कारण बन सकते हैं। इसलिए पपीते को अपने आहार में शामिल करने से कोलेस्टॉल के खतरे को कम कर सकते है।

माहवारी के दर्द से छुटकारा पपीते में पैपेन नामक एंजाइम माहवारी के दौरान रक्त के प्रवाह को ठीक कर दर्द को दूर करने में मदद करता है। इसलिए माहवारी के दर्द से गुजर रही महिलाओं को अपने आहार में पपीता को शामिल करना चाहिए।

प्रतिरोधक क्षमता में मजबूती आपकी इम्यूैनिटी विभिन्ने संक्रमणों के विरूद्ध ढाल का काम करती हैं। केवल एक पपीते में इतना विटामिन सी होता है जो आपके प्रतिदिन की विटामिन सी की आवश्यकता का लगभग 200 प्रतिशत होता है। इस तरह से ये आपकी प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है।

डायबिटिज के रोगियो के लिए अच्छा स्वा द में मीठा होने के बावजूद इसमें शुगर नाममात्र का होता है इसलिए पपीता डायबिटीज रोगियों के लिए आहार के रूप में एक बेहतरीन विकल्प है। इसके अलावा, जो लोग डायबिटीज के रोगी नहीं हैं, इसके सेवन से डायबिटीज होने के खतरों को दूर कर सकते हैं।

कैंसर को रोकनें में मददगार कुछ अध्य यनों के अनुसार, पपीते के सेवन से कोलन और प्रोजेक्ट कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। पपीते में एंटी-ऑक्सी्डेंट, फीटोन्यूट्रिएंट्स और फ्लेवोनॉयड्स प्रचूर मात्रा में होते हैं। इसके अलावा इसमें मौजूद विटामिन सी, बीटा कैरोटीन और विटामिन ई शरीर में कैंसर सेल को बनने से रोकते हैं। इसलिए अपने आहार में पपीता शमिल करें।

तनाव दूर करनें में सहायक इस कमाल के फल में तनाव को दूर करने की ताकत होती हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ अल्बामा में हुए एक अध्य यन के अनुसार, लगभग 200 मिलीग्राम विटामिन सी स्ट्रेस हार्मोंन को संचालित करने में सक्षम होता है और पपीते में विटामिन सी प्रचुरता में उपलब्ध होता है।

पाचन बढ़ाता है पपीते में फाइबर के साथ-साथ पपैन नामक एक एंजाइम होता है जो आपकी पाचन शक्ति को दुरुस्त रखता है। यह एंजाइम आहार को पचाने में अत्यं0त मददगार होता है। जिन लोगों को पेट से संबंधित समस्याक जैसे कब्जर की शिकायत हमेशा बनी रहती है, उन्हें् पपीते का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए।

एजिंग को रोकें हम सभी सदा जवां बने रहना चाहते हैं, पर कोई भी ऐसा करने में कामयाब नहीं हो पाता है। लेकिन फिर भी, स्वा स्य्ऐ वर्द्धक आदतों और पपीते को अपने आहार में शामिल कर आप उम्र के असर को कम कर सकते हैं। पपीते में विटामिन सी, विटामिन ई और बीटा-कैरोटीन सरीखे एंटी-ऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होते हैं जो शरीर की पोषण की जरूरतों को पूरा कर आपको सालों साल जवान बनाये रखते हैं।

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