नय दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर करारा हमला करते हुए आज कहा कि उसकी राजनीति परिवारवाद और दरबारवाद पर केंद्रित है और इसी का परिणाम है कि कांग्रेस को देश की जनता उसे नकार चुकी है और तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, बिहार जैसे तमान राज्यों में उसकी दशकों से सरकार नहीं है। उन्होंने विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ गठबंधन पर भी कड़ा प्रहार किया और इसे ‘घमंडिया गठबंधन’ करार देते हुए कांग्रेस की परिवारवादी और दरबारवादी राजनीति का पोषक बताया।
कांग्रेस संसदीय दल की नेता सोनिया गांधी का नाम लिए बिना उन पर सीधा हमला करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें देश के संस्कारों की समझ नहीं है। हरी मिर्च और लाल मिर्च का फर्क मालूम नहीं है। राहुल गांधी का भी उन्होंने नाम नहीं लिया लेकिन कहा कि अब तक लोग उनके दिमाग की स्थिति को समझते थे और बातें करते थे लेकिन अब जब वह कहते हैं कि ‘दिल’ से बोल रहे हैं तब से लोग उनके दिल की हालात भी समझ में आ गई हैं। उन्हें बार बार लांच किया जा रहा है लेकिन हर लांचिंग में वह फेल हो रहे हैं और नफरत जनता से कर रहे हैं। नफरत की दुकान खोलकर इस पार्टी ने पहले देश को बांटा, फिर आपातकाल लगाया और अब सेना के स्वाभिमान पर चोट कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों द्वारा उनकी सरकार के खिलाफ लाए गये अविश्वास प्रस्ताव पर तीन दिन तक चली चर्चा का जवाब देते हुए विपक्षी दलों पर कटाक्ष किया और कहा कि वह उनके प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं कि उन्होंने कुछ दिन पहले बेंगलुरु में ‘यूपीए’ का अंतिम संस्कार किया और उसके खंडहर पर नया प्लेटफार्म ‘इंडिया’ बनाकर उसका जश्न मना रहे हैं। उन्होंने इसे ‘फेल मशीन’ रंग रोगन लगाने जैसा काम बताया। गठबंधन को लेकर मजमा लगाया जा रहा है लेकिन हालात यह है कि अभी से उसमें छुरियां निकल रही हैं और मजमा खत्म होने से पहले ही सर फुटौव्वल शुरु हो गई है।
उन्होंने कहा कि विपक्षियों का यह गठबंधन जिनके पीछे चल रहा है उन्हें देश के बारे में कोई समझ ही नहीं है। यूपीए पर इंडिया नाम लगाकर जनता को भरमाने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन दो दिन पहले ही तमिलनाडु सरकार के एक मंत्री ने कहा कि ‘इंडिया’ उनके लिए अर्थहीन है। उन्होंने कहा कि इस गठबंधन में इस तरह के लोगों का मेल है जो पहले एक नहीं थे। श्री मोदी ने कहा कि तमिलनाडु से हमेशा देशभक्ति की धाराएं निकली हैं और इस राज्य ने देश को राजाजी, कामराजजी, अब्दुल कलाम जैसी अनेकों विभूतियां दी हैं।
इंडिया गठबंधन को उन्होंने 26 दलों का टुकड़े टुकड़े का ‘घमंडी गठबंधन’ बताया और जिसमें आई डॉट, एन डॉट, डी डॉट, आई डॅट, ए डॉट है। तमान डॉट डॉट ही लगे हैँ। इसमें इंडिया नहीं बल्कि यह टुकडों का जोड़ है। उनका कहना था कि नाम बदलने से बात नहीं बदलती।
इसी संदर्भ में उन्होंने कविता सुनाई …दूर युद्ध से भागते, नाम रखा रणधीर, भाग्यचंद की आज तक सोई है तकदीर…