नई दिल्ली, भारत ने माना कि पाकिस्तान के बलूचिस्तान में गिरफ्तार भूषण यादव भारतीय नौसेना का सेवानिवृत अधिकारी है पर उसका सरकार से कोई संबंध नहीं है।भारत ने गिरफ्तार व्यक्ति के लिए कांसुलर एक्सिस की मांग भी पाकिस्तान से की है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता की तरफ से इस बाबत जारी बयान में सरकार ने यह माना है कि वह भारतीय नौसेना का अधिकारी है लेकिन वह समय से पहले ही सेवानिवृत्त हो चुका था।
पाकिस्तान का आरोप है कि बलूचिस्तान में पकड़ा गया भूषण यादव भारतीय खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) का जासूस है जो बलूचिस्तान में हिंसक गतिविधियों को उकसाने में शामिल था। पाकिस्तान की तरफ से दी गई जानकारी और आरोप के मुताबिक भूषण यादव हुसैन मुबारक पटेल नाम के फर्जी पासपोर्ट पर सफर कर रहा था। उसके पासपोर्ट पर ईरान का वीजा है और ईरान के रास्ते ही वह बलूचिस्तान में घुसा। उसके पिता का नाम सुधीर यादव है और उसका भारतीय नौसेना का नंबर 41558Z है। पाकिस्तान का यह भी दावा है कि वह ईरान के चाबहार में तैनात था और बलूचिस्तान में 2013 से काम कर रहा था।इस मुद्दे पर पाकिस्तान ने इस्लामाबाद स्थित भारतीय हाई कमीशन के उच्चायुक्त जेपी सिंह को सम्मन कर अपना विरोध भी जताया है।