पार्टी विरोधी काम और खींचतान पर समाजवादी पार्टी नेतृत्व ने सख्त रुख अपना लिया है। पार्टी ने शुक्रवार को सुनील यादव ‘साजन’, आनंद भदौरिया, रामेश्वर यादव के बेटे सुबोध यादव को बर्खास्त कर दिया है। कैबिनेट मंत्री पंडित सिंह को कड़ी चेतावनी दी गई है। सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने इस बात की पुष्टि की है।
समाजवादी पार्टी ने करीबियों और चहेतों को बर्खास्त किया है.सुनील यादव और आनंद भदौरिया अखिलेश यादव के चहेते बताए जाते हैं। भदौरिया लखीमपुर से लोकसभा चुनाव लड़ चुके है तो सुनील यादव दर्जा प्राप्त मंत्री रह चुके हैं। दोनों अखिलेश यादव की कोर टीम के मेंबर थे। रामेश्वर यादव भी सपा नेतृत्व के करीबी रहे हैं। बागी सुबोध यादव का पंचायत चुनावो में सीओ के साथ गली-गलौज का ऑडियो रिलीज हुआ था।
जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में कई जिलो में पार्टी के अधिकृत उम्मीदवारों का विरोध किया जा रहा है। सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव तक इसकी शिकायतें पहुंच रहीं थीं। माना जा रहा है कि इन नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाकर सभी जिला इकाइयों को संदेश देने की कोशिश की गई है। सपा ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को स्पष्ट चेतावनी दी है कि जिला पंचायत अध्यक्ष पद के घोषित उम्मीदवारों के खिलाफ काम करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिन मंत्रियों को जिलों की जिम्मेदारी दी गई है वे अगर चुनाव नहीं जिता पाएंगे तो उनकी कुर्सी भी खतरे में पड़ सकती है।