लखनऊ , कोरोना महामारी से देश और दुनिया में जारी मौत के तांडव के बीच प्रकृति जन्म का चक्र भी बादस्तूर चला रही है।
इसका एक उदाहरण रविवार को उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में तब देखने को मिला जब महाराष्ट्र से पैदल आ रही एक महिला ने पेड़ के नीचे एक बच्ची को जन्म दिया।
जिले के ही बार थानार्न्तगत बिरखिया गांव के लगभग 24 से 25 प्रवासी श्रमिक महाराष्ट्र के नासिक से पैदल यहां पहुंचे और सीमा के भीतर बालाबेहल के निकट पहुंचते ही उसी टोली में शामिल पुनू सहरिया की पत्नी राजा बेटी को प्रसव पीड़ा होने लगी ।
सूचना मिलते ही ग्राम प्रधान के साथ गांव की कुछ महिलायें मौके पर पहुंची और उन्होंने महिला की प्रसव में मदद की। महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया। उसके बाद महिला को टैक्सी के जरिए जिला महिला चिकित्सालय पहुंचाया गया, जहां जांच के दौरान जच्चा-बच्चा दोनों की जांच की गयी और स्वस्थ होने पर उन्हें उनके ग्राम बरखिरिया भेज दिया गया।