सिंगापुर, भारतीय मूल के पांच लोगों द्वारा शुरू की गयी सिंगापुर की एक कंपनी भारत में इन दिनों बॉक्स आफिस पर हिट हुई फिल्म कबाली से भारी कमाई कर रही है। यह कंपनी सिने स्टार और फिल्म के मुख्य अभिनेता रजनीकांत की मूर्तियां बेच रही है। मध्य जून में इन मूर्तियों की बिक्री शुरू किए जाने के बाद से कार्बन कापी कलेक्टीबल्स 40 हजार ऐसी मूर्तियों में से 85 प्रतिशत की बिक्री कर चुकी है। दी स्ट्रेट्स टाइम्स ने आज यह खबर दी है।
भारतीय मूल के पांच लोगों द्वारा शुरू की गयी कंपनी को कबाली की ग्लोबी पब्लिसिटी प्रचारक और चेन्नई स्थित प्रोडक्शन हाउस वी क्रिएशंस ने कबालीस्वरन की मूर्तियां बेचने के लिए चुना था। कबालीस्वरन का चरित्र फिल्म में 65 वर्षीय रजनीकांत ने निभाया है। ऐसी प्रत्येक मूर्ति 16.5 सेमी लंबी और 300 ग्राम वजन की है और इसे सिंगापुर में 39.90 सिंगापुर डालर में बेचा गया।
ई कामर्स अमेजन ने भारतीय बाजार के लिए कबाली की मूर्तियों को खरीदा था जबकि मलेशिया में मुद्रा स्टोर्स के जरिए इन्हें बेचा जा रहा है जोकि भारतीय उत्पादों का एक स्थानीय रिटेल आउटलेट है। कार्बन कापी कलेक्टिबल्स के 29 वर्षीय सुरेन रामदास बताते हैं, हम भारतीय सिने उद्योग में कलेक्टिबल्स के प्रणेता हैं। कंपनी की शुरूआत जून 2015 में हुई थी। रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी के संस्थापकों को यह विचार पश्चिमी सिनेमा कंपनियों से आया जिनकी आयरनमैन और बैटमैन समेत जानी मानी हस्तियों की प्रतिमाओं को संग्रहित करने की परंपरा रही है। यह कंपनी भारतीय फिल्म जगत के दो अन्य चरित्रों की प्रतिमाओं को भी बनाने और बेचने का काम सिंगापुर, मलेशिया, अमेरिका, ब्रिटेन और संयुक्त अरब अमीरात में कर चुकी है। इसमें सबसे पहले 20 साल पुरानी फिल्म के एक चरित्र मानिक बाशा की तस्वीर है। इनकी प्रतिमाओं को दिसंबर 2015 में बनाया गया था। दूसरा चरित्र 1992 की फिल्म थेवर मगन का चरित्र था।