नई दिल्ली, सीमा के पास असम के जोरहाट से सोमवार को 12 बजकर 25 मिनट पर अरुणाचल के मेनचुका के लिए उड़ान भरने वाले इंडियन एयरफोर्स के एएन-32 एयरक्राफ्ट के क्रैश होने पर उसमें सवार 29 वर्षीय पायलट आशीष तंवर शहीद हो गए। पायलट के शहीद होने की सूचना उनके पैतृक गांव दीघौट और उनके घर सेक्टर दो पलवल में मंगलवार शाम साढ़े 5 बजे पहुंची। पायलट आशीष तंवर के चाचा जय नारायण और पिता उदयबीर ने बताया कि क्रैश हुए विमान का मलबा मिल गया है और उसमें सवार पायलट आशीष तंवर अब नहीं रहे।
जोरहाट से शहीद आशीष तंवर के चाचा जयनारायण ने बताया कि एएन 32 एयरक्राफ्ट ने 12 बजकर 25 मिनट पर असम स्थित जोरहाट एयरबेस से उड़ान भरी थी। विमान के क्रैश होने की सूचना के चलते इंडियन एयरफोर्स ने सुखोई-30 कॉ बैट एयरक्राफ्ट और सी-130 स्पेशल ऑपरेशन एयरक्राफ्ट के सहयोग से मलवा ढूंढ निकाला। लापता हुए विमान एएन 32 में 8 क्रू मेंबर्स और 5 यात्री सवार थे। उड़ान भरने के करीब 35 मिनट बाद विमान का रडार से संपर्क टूट गया और बाद में क्रैश होने की सूचना मिली।
मंगलवार शाम करीब साढ़े पांच बजे शहीद आशीष तंवर की मां सरोज ने बताया कि विमान क्रैश होने की सूचना सबसे पहले उनकी पत्नी संध्या को दी गई। संध्या वायुसेना में रडार ऑपरेटर के पद पर कार्यरत हैं। आशीष तंवर की संध्या से करीब 2 साल पहले शादी हुई थी। आशीष तंवर ने कम्प्यूटर साइंस से बीटेक करने के बाद दिसंबर 2013 में वायु सेना ज्वाइन की। साल 2015 की मई माह में कमिशन मिलने के बाद पायलट तैनात हुए। बीती 18 मई को वह छुट्टी बिताकर पलवल से अपनी ड्यूटी पर जोरहाट गए थे।