रेवाड़ी, जवानों को दिये जाने वाले खाने की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठाने वाले सीमा सुरक्षा बल के जवान तेज बहादुर यादव की बर्खास्तगी पर उनकी पत्नी शर्मिला यादव ने गहरी नाराजगी जताई है। बर्खास्त जवान की पत्नी ने कहा कि मेरे पति का कोर्ट मार्शल पूरी तरह से एकतरफा कार्रवाई है, ऐसे में कोई मां अपने बेटे को फोर्स में नहीं भेजेगी।
बीएसएफ से बर्खास्त तेजबहादुर यादव ने कहा- हाईकोर्ट में करुंगा अपील
शर्मिला यादव ने कहा- ‘मेरे पति तेज बहादुर ने तो बीएसएफ में खराब खाने की बात को उठाया था जो हर जवान की परेशानी थी। उनका कोर्ट मार्शल पूरी तरह से एकतरफा कार्रवाई है। ऐसे में कोई मां अपने बेटे को फोर्स में नहीं भेजेगी।’ शर्मिला ने कहा कि ऐसे फैसले तो जघन्य अपराध पर दिए जाते हैं।
मेरे पति ने तो सबकी भलाई के लिये जो गलत हो रहा था वह वीडियो मे दिखाया। शर्मिला यादव ने कहा कि जो लोग भ्रष्टाचार कर रहे थे उन पर तो कोई कार्यवाही नही की गई और मेरे पति ने सबके भले का काम किया, उन्हे अपमानित करके घर भेज दिया गया।
तेज बहादुर यादव ने इस साल 9 जनवरी को वीडियो में आरोप लगाया था कि सरकार जवानों के लिए जरूरी वस्तुएं देती है लेकिन उच्च अधिकारी उन्हें अवैध तरीके से बाजार में बेच देते हैं। उन्होंने कहा था कि जवानों को पानी वाली दाल परोसी जाती है जिसमें केवल हल्दी और नमक होते हैं। इसके अलावा जली हुई चपातियां दी जाती हैं।
तेजबहादुर यादव ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन किया था, जो मंजूर कर लिया गया था। वीडियो वायरल होने के बाद मंजूरी पर रोक लग गई और उसके खिलाफ जांच बैठाई गई। तेजबहादुर यादव ने जांच के दौरान सीमा सुरक्षा बल पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए।