लखनऊ, उत्तर प्रदेश में नश्तर चुभोती बर्फीली हवाओं के बीच बुधवार को 73वां गणतंत्र दिवस देश भक्ति की भावना के साथ पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
मुख्य समाराेह विधानभवन के सामने संपन्न हुआ जहां राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने ध्वजारोहण किया और परेड की सलामी ली। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके मंत्रिमंडल के कई सदस्यों के अलावा अनेक दलों के नेता, अधिकारी एवं अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद थे।
बर्फीली हवाओं के बीच आयोजित परेड में सेना, पुलिस, पीएसी, होमगार्डस, विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने मार्च पास्ट किया। इस अवसर पर विभिन्न विभागों एवं विद्यालयों ने मनोरम झांकी निकाली। प्रदेश के स्थानीय कलाकारों ने समूह नृत्य व अन्य प्रस्तुतियाँ दी। भारतीय संस्कृति और प्रदेश की विकास यात्रा को दर्शाती झांकियों और परेड को देखने के लिये बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे।
इससे पहले राज्यपाल ने राजभवन में ध्वजारोहण किया तथा राजभवन के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों एवं सुरक्षाकर्मियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी। उधर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर झंडा रोहण किया और जनता को संविधान के गौरवशाली इतिहास का जानकारी दी। उन्होने संविधान में आम नागरिक को दिये गये मौलिक अधिकार एवं कर्तव्य की व्याख्या की और देश के विकास के लिये ईमानदारी से कर्तव्य पालन का आवाहन किया।
प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने 73वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर अपने सरकारी आवास पर ध्वजारोहण किया। उन्होने कहा “ गणतंत्र दिवस हमें लोकतंत्र की शक्ति का एहसास कराता है, जो कि जनता में निहित है। लोकतंत्र जनता के द्वारा, जनता के लिए और जनता की सरकार है। इस समय गणतंत्र का सबसे बड़ा त्योहार मतदान का त्योहार है जिसमें हर कोई व्यक्ति अपने मताधिकार के माध्यम से अपने पसंद की, सभी के हितों की रक्षा करने वाली सरकार को चुनने का अवसर प्राप्त होता है। ”
उन्होंने कहा कि प्रदेश में हो रहे लोकतंत्र के सबसे बड़े त्योहार में शत-प्रतिशत भाग लेकर अपने प्रदेश में सुशासन एवं समावेशी सम्पूर्ण विकास के लिए अपनी सरकार का चयन करें, इससे हम लोकतंत्र की नींव को मजबूती देंगे। हर एक मत प्रदेश के भावी भविष्य की नींव रखता है। यह राष्ट्र निर्माण एवं प्रदेश में विकास के लिए सबसे बड़ा आधार होता है।