कोलकाता, प्रचंड चक्रवाती तूफान ‘मोचा’ पिछले छह घंटों से नौ किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर की ओर बढ़ते हुए शुक्रवार को एक बहुत भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया और मध्य से सटे दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर केंद्रित रहा।
यह तूफान पोर्ट ब्लेयर से करीब 520 किमी पश्चिम-उत्तरपश्चिम में, कॉक्स बाजार (बंगलादेश) से 1010 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में और सितवे (म्यांमार) से 930 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित है।
तूफान का रुख भले ही बंगलादेश की ओर हो गया है, लेकिन आपदा प्रबंधन विभाग ने इसको लेकर जारी चेतावनी वापस नहीं ली है।
चक्रवाती तूफान मोचा के तट से टकराने की स्थिति से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम सुंदरवन पहुंच गई है।
मोचा तूफान का असर दक्षिण 24 परगना के तटीय इलाकों यानी सुंदरवन में देखा जा सकता है। इसे ध्यान में रखते हुए आपदा से निपटने के लिए एनडीआरएफ की 25 सदस्यीय टीम पहले से ही गोसाबा में है।
एनडीआरएफ दल के सदस्य गुरुवार को गोसाबा पहुंचे। शुक्रवार को वे अलग-अलग इलाकों में गए। फिलहाल वे क्षेत्र के लोगों को जागरूक करने का काम करेंगे। अगर कोई आपदा आती है तो इस टीम के सदस्य मौके पर जल्द पहुंचकर स्थिति से निपटने का प्रयास करेंगे।
इसके अलावा गोसाबा प्रखंड प्रशासन ने बताया कि नियंत्रण कक्ष पहले ही खोल दिया गया है। पूरे इलाके पर नजर रखी जा रही है। दूसरी ओर सिंचाई विभाग की देखरेख में कमजोर नदी तटबंधों की मरम्मत का काम चल रहा है।
प्रशासन ने बाढ़ आश्रय स्थल तैयार कर लिए गए हैं, सूखे भोजन की भी व्यवस्था की गई है। एनडीआरएफ के सदस्यों ने आज सुबह गोसाबा के साथ ही काकद्वीप, नामखाना इलाकों में भी माइक से घोषणा करनी शुरू कर दी।