नई दिल्ली, भारतीय बैडमिंटन संघ को विश्व बैडमिंटन महासंघ के प्रतिष्ठित स्कूल कार्यक्रम शटल टाइम इंडिया का शुभारम्भ किया। इस कार्यक्रम के तहत प्रोग्राम कोचों, योग्य स्कूल प्रशिक्षकों और शारीरिक शिक्षा के अध्यापकों को उनके कौशल में सुधार करने और विश्व बैडमिंटन महासंघ व भारतीय बैडमिंटन संघ से प्रमाणित होने का अवसर मिलेगा। इस अवसर पर बोलते हुए भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक इंजेती श्रीनिवास ने कहा कि भारतीय बैडमिंटन संघ सभी स्तरों पर खेल को बढ़ावा देने के लिए बहुत सक्रियता से काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि विभिन्न स्कूलों के पर कोच और पीई शिक्षकों को प्रशिक्षित करने का कार्यक्रम शटल टाइम इंडिया बाई का एक और प्रयास है, जिससे जमीनी स्तर पर युवा प्रतिभाओं को निखारा जायेगा।
भारत में 13 लाख से अधिक स्कूल हैं और यदि प्रत्येक स्कूल में कम से कम एक पीई शिक्षक हो जो एक खेल में विशेषज्ञ है, तो हम सामूहिक रूप से अधिक प्रतिभाओं को सामने ला सकते हैं। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि भारत में बैडमिंटन तेजी से विकसित और लोकप्रिय हो रहा है। यह प्रोग्राम देश में खेल की लोकप्रियता बढ़ाने में कारगर होगा तथा युवाओं में बैडमिंटन के प्रति रुचि बढाएगा। शारीरिक शिक्षा के अध्यापक एवं स्थानीय कोच वे पहले व्यक्ति हैं जो हमारे भविष्य के सितारों को प्रशिक्षित करते हैं। इस स्तर पर जरूरी है कि नए शटलर्स को सही समय पर सही कोचिंग दी जाए। यह प्रोग्राम शारीरिक शिक्षा के अध्यापकों और कोचों को प्रशिक्षण देगा कि उन्हें युवाओं एवं बच्चों को कैसे बैडमिंटन सिखाना चाहिए। यह पहल यह दीर्घकालिक दृष्टिकोण है जो स्कूली बच्चों में बैडमिंटन के खेल को बढ़ावा देगी तथा उन्हें रोचक तरीकों से खेल सिखा कर बैडमिंटन में उनकी रुचि बढ़ाएगी। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रतिभागियों को बीडब्ल्यूएफ कोचों की ओर से जरूरी मार्गदर्शन प्रदान किया गया है, उन्हें ऐसी तकनीकें सिखाई जा रही हैं जो बच्चों में खेल के प्रति उत्साह पैदा करने में कारगर होंगी।