इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश शिक्षा निदेशालय में बाबुओं की कामचोरी पर अब लगाम लगने जा रहा है, प्रदेश सरकार ने सख्त कदम उठाया है। शिक्षा निदेशालय में लगभग दो सौ से अधिक सीसीटीवी लगने जा रहे है। इसके साथ ही कर्मचारियों की हाजिरी अब रजिस्टर के बजाय बायोमेट्रिक्स मशीन से होगी। ये सारी व्यवस्थाएं तीन नवम्बर तक हो जायेगी। उत्तर प्रदेश शिक्षा निदेशालय में लगभग 500 बाबू हैं और यहां उच्च शिक्षा निदेशालय, माध्यमिक शिक्षा, बेसिक शिक्षा और पत्राचार का कार्य होता है। लेकिन केवल दस फीसदी कर्मचारी ऐसे होंगे जो समय से आते जाते हैं, बाकी कर्मचारियों पर किसी का कोई अंकुश नहीं रहता है। शासन में बताया गया कि शिक्षा निदेशालय के बगल में एजी आफिस है, वहां कर्मचारी अनुशासित है। ऐेसे में जरूरी हो गया है कि शिक्षा निदेशालय में सख्ती के साथ अनुशासन बनाया जाये। एडी माध्यमिक रमेश कुमार ने कहा है कि शासन ने सीसीटीवी एवं बायोमेट्रिक मशीन लगाने को मंजूरी दे दी है और निदेशालय में चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी लगाने की तैयारियां हो रही हैं, जिससे कर्मचारियों की कामचोरी रूक सके। इतना ही नहीं अलग-अलग सेक्शन की दर्जन भर बायोमेट्रिक मशीन भी लगने जा रही है। इससे कर्मचारियों की उपस्थिति पर निगाह रखी जा रही है, जिससे उनकी कामचोरी पर सख्ती के साथ अंकुश लग सके।