कानपुर, उत्तर प्रदेश में कानपुर के चौबेपुर में दो साल पहले आठ पुलिसकर्मियों की हत्या की सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले दुर्दान्त अपराधी विकास दुबे के गुर्गों और रिश्तेदारों पर कानूनी शिकंजा लगातार कस रहा है।
पुलिस मुठभेड़ में मारे गये विकास के रिश्तेदारों और गुर्गो की गैर कानूनी ढंग से अपराध के बलबूते पर तैयार की गई संपत्तियों की तलाश कर कुर्क किए जाने का काम प्रशासन जोरदार ढंग से कर रहा है। इसी कड़ी में जिले की अभी तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए 11 करोड़ रुपए की अवैध संपत्ति को राजस्व व पुलिस टीम ने कुर्क करके सील कर दिया है।
कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाई ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और शासन के निर्देश पर अपराधियों के विरुद्ध चलाई जा रही कार्यवाही के चलते धारा 14(1) उत्तर प्रदेश गिरोह बन्द एवं असामाजिक क्रियाकलाप निवारण अधिनियम के तहत कानपुर देहात के थाना शिवली में अभी तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की गई है और अपराधी मृतक विकास दुबे,उसकी बहन चंद्रकांती उर्फ चन्द्र कान्ता व उसका बहनोई दिनेश कुमार तिवारी से कुल 11 करोड़ 13 लाख 78 हजार 910 रुपए की अवैध संपत्ति की राजस्व व पुलिस टीम कानपुर देहात द्वारा कुर्की/जब्तीकरण करी गई है।
वर्ष 2020 में दो और तीन जुलाई की मध्य रात्रि रात कानपुर नगर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के गांव बिकरु में दबिश देने गई पुलिस टीम पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी और एक डीएसपी और एसओ समेत 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। बाद में विकास दुबे व उसके साथ पुरी घटना में शामिल कुछ अन्य साथियों का भी एनकाउंटर पुलिस ने कर दिया था और पुलिसवालों को मारने में शामिल उसके अन्य साथियों को पुलिस ने पकड़ा करा जेल भेज दिया था।