पटना, बिहार में आज उदयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ ही सूर्योपासना का महापर्व छठ समाप्त हो गया ।
राजधानी पटना में आज गंगा नदी के अलावा राज्य के अन्य हिस्सों में लाखों महिला और पुरुष व्रतधारियों ने उगते हुए सूर्य को नदियों और तालाबों में खड़े होकर अर्घ्य अर्पित किया।
औरंगाबाद जिले के ऐतिहासिक और पौराणिक स्थल देव में आज उदयाचल सूर्य को आठ लाख से अधिक व्रतधारियों- श्रद्धालुओं द्वारा अर्ध्य अर्पित किए जाने के साथ ही चार दिवसीय छठ महापर्व संपन्न हो गया । देव के त्रेतायुगीन सूर्य मंदिर में आज तड़के से ही श्रद्धालु कतारबद्ध होकर भगवान भास्कर की पूजा अर्चना कर रहे हैं। लोक मान्यता है कि देव छठ व्रत करने तथा त्रेतायुगीन सूर्य मंदिर में पूजा अर्चना करने से श्रद्धालुओं की मनोवांछित कामनाएं पूरी होती हैं और इस मौके पर यहां भगवान भास्कर की साक्षात उपस्थिति की रोमांचक अनुभूति होती है ।
गया से प्राप्त समाचार के अनुसार अहले सुबह से ही श्रद्धालु शहर के विभिन्न घाटों और सरोवरों के समीप पहुंचे और पूरे धार्मिक विधि-विधान से पूजा-पाठ करने के बाद उदयीमान सूर्य को अर्घ्य दिया और अपने परिवार की सुख, समृद्धि की कामना की।
दूसरा अर्घ्य अर्पित करने के बाद श्रद्धालुओं का 36 घंटे का निराहार व्रत समाप्त हुआ और उसके बाद हीं व्रतधारियों ने अन्न ग्रहण किया । चार दिवसीय इस महापर्व के तीसरे दिन कल व्रतधारियों ने नदियों और तालाबों में अस्ताचलगामी सूर्य को प्रथम अर्घ्य अर्पित किया था ।