लखनऊ, पुलिस और अपराधियों की साजिश को बेनकाब करने वाले बुजुर्ग कारोबारी श्रवण साहू के हत्यारों की गिरफ्तार की मांग को लेकर आदर्श व्यापार मंडल के प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद से मुलाकात की। पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने डीजीपी को 06 सूत्रीय ज्ञापन देकर हत्याकांड की जांच सीबीआई को सौंपने की मांग उठाई। वहीं डीजीपी ने जल्द ही हत्यारों की गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया।
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष संजय गुप्ता ने बताया कि डीजीपी ने श्रवण साहू को परिवार को स्थाई सुरक्षा देने सहित चुनाव के दौरान व्यापारियों को शस्त्र ना जमा कराये जाने में छूट देने का आश्वासन दिया है। इसके अलावा विधानसभा चुनाव के बाद यूपी के हर जिले में व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ गठित एवं प्रभावी करने का भी भरोसा दिलाया है। गुप्ता ने कहा, श्रवण साहू की हत्या पुलिस की लापरवाही से हुई है। पुलिस महकमे के आलाधिकारियों की अपने मातहतों पर पकड़ नहीं रह गई है। पुलिस कर्मी अपने अधिकारियों के आदेषों का पालन नहीं कर रहे। जिसके चलते प्रदेश में व्यापारियां की हत्याओं और जानलेवा हमले हो रहे हैं।
सआदतगंज कोतवाली के पास बीते बुधवार की रात बदमाशों ने व्यवसायी श्रवण साहू को उनकी दुकान में ही गोलियों से छलनी कर दिया था। श्रवण अपने बेटे आयुष की हत्या के केस में पैरोकार थे। आयुष मर्डर में ही पारा थाने की पुलिस और क्राइम ब्रांच ने मुखबिर अकील के साथ साजिश कर चार बेगुनाह युवकों और श्रवण के खिलाफ झूठा केस दर्ज किया था। एसएसपी की जांच में यह फर्जीवाड़ा पकड़े जाने के बाद एक दरोगा और दो सिपाहियों को पिछले महीने ही नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था। आठ अन्य पुलिसवालों पर भी कार्रवाई हुई थी। परिजनों ने अकील पर हत्या कराने का आरोप लगाया है। वहीं अकील से गुरूवार को जेल में कई घंटे चली पूछताछ में उसने श्रवण की हत्या में अमीम बाबू और मुन्ना बजरंगी के शूटरों का हाथ बताया है। फिलहाल हत्यारों का पता लगाने के लिए दो एएसपी समेत 24 पुलिस कर्मियों की तीन टीमें गठित की गई हैं।