नई दिल्ली, भारत में फुटबाल से जुड़े गुणी कोचों की कमी है और इसी को ध्यान में रखते हुए प्रीमियर स्किल्स और ब्रिटिश काउंसिल ने भारतीय खेल प्राधिकरण तथा अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ से हाथ मिलाया है। इस साझेदारी के तहत प्रीमियर स्किल्स साई, दिल्ली फुटबाल संघ और केंद्रीय विद्यालय स्कूलों से जुड़े कोचों और शारीरिक शिक्षकों को फुटबाल कोचिंग दे रहा है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कोचों के बीच कम्यूनिटी कोचिंग, इंग्लिश लैंग्वेज और लीडरशिप स्किल्स को विकसित करना है।
प्रीमियर स्किल्स को इस एक सप्ताह लम्बे दिल्ली चरण का समापन किया गया और अब गुवाहाटी तथा दूसरे शहरों की बारी है। प्रीमियर स्किल्स का खास फोकस पूर्वोत्तर भारत पर है, जहां फुटबाल को लेकर खास प्यार है। प्रीमियर स्किल्स अपने इस कार्यक्रम के माध्यम से पूर्वोत्तर भारत से छिपी प्रतिभा को सामने लाना चाहता है। प्रीमियर स्किल्स के मुख्य कोच जेरेमी वीक्स के पास कोचिंग का अच्छा खासा अनुभव है। इस काम में उनकी मदद कर रहे हैं टॉम ह्यूज और इलियट स्टक्लिफ।
ह्यूज और इलियट इंग्लिश प्रीमियर लीग क्लब मैनचेस्टर सिटी के साथ काम कर चुके हैं। इस कार्यक्रम मेंभारत में ब्रिटिश काउंसिल के निदेशक एलन गेमेल अहम भूमिका निभा रहे हैं। प्रीमियर स्किल्स कार्यक्रम प्रीमियर लीग और ब्रिटिश काउंसिल के बीच हुई साझेदारी का नतीजा है। इसका मकसद कम्यूनिटी कोचिंग को बढ़ावा देना है। प्रीमियर स्किल्स अब तक 600 कोचों को प्रशिक्षित कर चुका है। इसकी शुरुआत 2007 में हुई थी और यह करीब 29 देशों में कार्यक्रम चला रहा है। वीक्स 2009 से प्रीमियर स्किल्स के मुख्य कोच हैं। प्रीमियर स्किल्स ने अब तक 29 देशों में 15 लाख युवाओं तक अपनी पहुंच बनाई है।