पोर्ट ऑफ स्पेन, भारत ने पैडी अप्टन को मानसिक स्वास्थ्य (मेंटल कंडीशनिंग) कोच बनाया है। वह राहुल द्रविड़ की अगुवाई वाली सपोर्ट स्टाफ़ टीम से जुड़ेंगे।
अप्टन इससे पहले 2008 से 2011 के बीच भी टीम इंडिया के सहयोगी स्टाफ़ का हिस्सा थे, तब भारतीय टीम ने वनडे विश्व कप जीता था। इसके बाद जब गैरी कर्स्टन भारतीय टीम की कोचिंग छोड़ दक्षिण अफ़्रीका गए तो अप्टन वहां भी उनके सहयोगी की भूमिका में रहे। दक्षिण अफ़्रीका की यह टीम 2013 में टेस्ट की नंबर-1 टीम बनी थी।
पता चला है कि अप्टन भारतीय टीम से वेस्टइंडीज़ में जुड़ गए हैं और इस साल के टी20 विश्व कप तक टीम का हिस्सा होंगे। अप्टन इससे पहले द्रविड़ के साथ राजस्थान रॉयल्स और दिल्ली डेयरडेविल्स में भी काम कर चुके हैं। वह इस सीज़न भी राजस्थान रॉयल्स की टीम से जुड़े थे। वह ऑस्ट्रेलिया के बिग बैश लीग में सिडनी थंडर टीम से भी जुड़े रहे हैं, जब इस टीम ने 2015-16 में ख़िताब जीता था।
अप्टन अपने कोचिंग के दौरान खिलाड़ियों को माउंटेन क्लाइम्बिंग और कैनोइंग जैसे कठिन खेल खिलाने के लिए जाने जाते हैं। उनका मानना है कि इससे खिलाड़ियों को एहसास होता है कि क्रिकेट के मैदान में आने वाली चुनौतियां ऐसी चुनौतियों से बहुत छोटी हैं।
भारत ने 2003 और 2007 विश्व कप से पहले क्रमशः सैंडी गॉर्डन और रूडी वेबस्टर को मानसिक स्वास्थ्य कोच बनाया था, वहीं 2022 महिला विश्व कप के दौरान मुग्धा बावरे महिला टीम से जुड़ी थीं।