नई दिल्ली, भारत और प्रभावशाली पूर्वी एशियाई देश वियतनाम ने आज असैन्य परमाणु सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि इस समझौते से दोनों देशों के बीच समग्र रणनीतिक साझेदारी को मजबूती मिलेगी। दोनों देशों ने विमानन संपर्क को विस्तार देने, उर्जा दक्षता को लेकर संयुक्त रूप से काम करने और संसदीय सहयोग को बढ़ाने के लिए तीन अन्य समझौतों पर हस्ताक्षर किये। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन और वियतनाम की नेशनल असेंबली की अध्यक्ष गुयेन थी किम गान की मौजूदगी में इन समझौतों पर हस्ताक्षर किये गये। वियतनामी संसदीय कार्य प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रही गान ने प्रधानमंत्री मोदी से भी मुलाकात की। मोदी ने कहा कि परमाणु उर्जा के क्षेत्र सहयोग को लेकर हुये इस समझौते से भारत और वियतनाम के बीच समग्र रणनीतिक साझेदारी को मजबूती मिलेगी। मोदी ने इस साल सितम्बर में अपने वियतनाम दौरे के समय हनोई में गान से अपनी मुलाकात को भी याद किया। उन्होंने कहा कि वियतनाम की नेशनल असेंबली की पहली महिला अध्यक्ष गान दुनिया भर की महिलाओं के लिए प्रेरणा की स्रोत हैं।