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भारत के अंडर-19 सितारों के लिए क्या होगा आगे का भविष्य

नयी दिल्ली,  भारत को 2022 के अंडर-19 विश्व विजेता बने हुए दो हफ़्ते बीत चुके हैं। इन दो हफ़्तों में इस टीम के कई खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफ़ी में डेब्यू करने का मौक़ा मिला, पांच खिलाड़ियों को आईपीएल टीम मिल गई और बाक़ी खिलाड़ी प्रथम श्रेणी क्रिकेट से ज़्यादा दूर नहीं हैं। हालांकि छह महीने पहले कोई इस बात की कल्पना भी नहीं कर सकता था। मैदान पर तो उनकी छह जीत बहुत आश्वासक अंदाज़ में आई थी जबकि मैदान के बाहर वह अपनी अलग लड़ाई लड़ रहे थे।

अंडर-19 विश्व कप को दुनियाभर में फ़ॉलो किया जाता है। खिलाड़ियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है अपनी घरेलू टीमों तथा आईपीएल टीमों के स्काउट्स का ध्यान आकर्षित करना। अपने कमरों में अकेले बैठे, ढुल और रशीद कल्पना कर सकते थे कि इन महत्वपूर्ण मैचों से चूकने से उनके भविष्य पर क्या असर पड़ेगा।

“यश और रशीद अच्छी लय में थे और दूसरे मैच से बाहर होना उनके लिए निराशाजनक था,” कानितकर ने कहा। “वह दुखी थे और टॉस से पहले उन्हें टीम से अलग कर दिया गया था। हम जानते थे कि जब आप अकेले बैठे होते हैं, कोविड से प्रभावित होते हैं, तो आप सबसे बुरे परिदृश्य के बारे में सोचने लगते हैं: आगे क्या होने वाला है? क्या मेरा विश्व कप हाथ से चला गया है? यह मेरे भविष्य को कैसे प्रभावित करेगा?”
“इतने दिनों तक एक कमरे में बंद रहना और नकारात्मक विचारों का सामना करना आसान बात नहीं है। हमने उन्हें कहा कि नकारात्मक विचार आना स्वाभाविक हैं और बातों को बांटने से वह बेहतर महसूस करेंगे। उन्होंने हमपर विश्वास किया और हमारे लिए बात करना आसान हो गया।”

कानितकर इस बात से प्रसन्न थे कि क्वारंटीन ने खिलाड़ियों की मानसिक तैयारियों को प्रभावित नहीं किया था। उन्होंने कहा, “जब समय आया तो वह मैदान पर उतरने के लिए पूरी तरह से तैयार थे। हमने उनसे कमरे में बैठकर मैदान के माहौल, उत्साह, गेंदबाज़ को अपने तरफ़ दौड़ते हुए देखने की कल्पना करने को कहा। उन्होंने अपने कमरे में बहुत काम किया और यह स्पष्ट हुआ जब वह मैदान पर आए। ऐसा लग रहा था कि इस पूरे क्वारंटीन प्रकरण के दौरान वह अभ्यास कर रहे थे जबकि सच यह था कि क्वारंटीन पूरा करने के बाद से उन्होंने केवल एक अभ्यास सत्र में हिस्सा लिया था।”

आईपीएल में भारतीय अंडर-19 के सितारों में राज बावा को पंजाब किंग्स ने 2 करोड़ रुपये, राजवर्धन हंगारगेकर को चेन्नई सुपर किंग्स ने 1.5 करोड़ रुपये, यश धुल को दिल्ली कैपिटल्स ने 50 लाख रुपये, विकी ओस्तवाल को दिल्ली कैपिटल्स ने 20 लाख रुपये और अनीश्वर गौतम को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 20 लाख रुपये में खरीदा।

आंध्रा के रशीद फ़िलहाल अपने घरेलू टीम में जगह नहीं बना पाए हैं लेकिन कप्तान धुल ने दिल्ली कैपिटल्स के साथ 50 लाख का करार प्राप्त करने के बाद रणजी ट्रॉफ़ी में शानदार डेब्यू किया।

विश्व कप में सभी की निगाहें इन दो खिलाड़ियों पर थी लेकिन कई ऐसे छुपे-रुस्तम थे जिन्होंने प्रतिभाशाली करियर की नींव रखी। बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ रवि कुमार ने घातक स्विंग गेंदबाज़ी करते हुए नॉकआउट में नौ विकेट झटके और बंगाल की रणजी टीम में जगह बनाई।

बाएं हाथ के स्पिनर विकी ओस्तवाल, जिन्होंने मध्य ओवरों में विपक्षी टीमों को परेशान किया, 20 लाख रुपयों में दिल्ली कैपिटल्स का हिस्सा बने और अपने अंडर-19 साथी कौशल तांबे के साथ महाराष्ट्र रणजी टीम में चुने गए। विकेटकीपर दिनेश बाना और निशांत सिंधु ने हरियाणा टीम में प्रवेश किया जबकि सलामी बल्लेबाज़ हरनूर सिंह और राज बावा चंडीगढ़ टीम का हिस्सा हैं।