रियो डि जेनेरिया, भारत को पुरूष एकल में किदाम्बी श्रीकांत से काफी उम्मीदें लगी हुई हैं की वह जल्द ही भारत का रियो में पदको का सूखा समाप्त कर देश का खाता खोलेंगे। हालांकि एकल मुकाबलों में उनके सामने पूर्व नंबर वन ली चोंग वेई, चेन लोंग, लिन डैन और जान ओ जोर्गेनसन की मुश्किल चुनौती रहेगी। उनके ग्रुप में स्वीडन के हेनरी हुर्सकिनेन और मैैक्सिको के लिनो मुनोज शामिल है। इसके अलावा 2010 राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता जोड़ी ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा तथा पुरूष युगल में मनु अत्री तथा बी सुमित रेड्डी की जोड़ी से काफी उम्मीदें हैं।
ज्वाला-अश्विनी के ग्रुप में शीर्ष वरीय अयाका ताकाहाशी और मिसाकी मात्सुमो, हालैंड की ऐफे मुस्केंस तथा सेलेना पिएल और थाईलैंड की सुपाजिराकुल पुतिता और सापसिरी ताएरातानचाई की चुनौती रहेगी। मनु तथा सुमित के ग्रुप बी के ड्रा में भी मोहम्मद एहसान और हेंड्रा सेतियावान तथा विश्व के पांचवें नंबर की जोड़ी चाई बियाओ और होंग वेई जैसे खिलाड़यिों की मुश्किल चुनौती रहेगी।