चेन्नई, भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया मुकाबले में दोनों टीमों के खिलाडियों ने बल्ले और गेंद से कई रिकार्ड बनायें।
कल खेले गये इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज मिशेल स्टार्क ने गेंदबाजों के बीच क्रिकेट विश्व कप में सबसे तेज 50 विकेट लेने वाले गेंदबाज बने हैं। स्टार्क ने भारत के सलामी बल्लेबाज इशान किशन को शून्य पर आउट कर यह रिकार्ड बनाया। उन्होंने महज 19 मैचों में 50 विकेट पूरे किए हैं।
आईसीसी की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि श्रीलंका के तेज गेंदबाज ने क्रिकेट विश्व कप में 50 विकेट तक पहुंचने के लिए 25 पारियां लीं, जबकि ग्लेन मैकग्राथ और श्रीलंका के स्पिनर मुथैया मुरलीधरन 30 पारियों में यह आंकड़ा छूने वाले दूसरे सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज हैं।
वहीं विराट कोहली और केएल राहुल के बीच हुई 165 रनों की साझेदारी वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किसी भी विकेट के लिए हुई दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी है। विराट कोहली ने पहली बार विश्वकप मुकाबले में पिच पर रन लेते हुए अर्धशतक बनाया है। डेविड वॉर्नर ने सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ते हुए विश्व कप में सबसे तेज 1000 रन बनाने वाले खिलाड़ी बने गये है। कल खेले गए मुकाबले में भारत के खिलाफ आठ रन बनाते ही उन्हें यह बड़ी उपलब्धि हासिल हुई। रोहित शर्मा विश्व कप में भारत के सबसे उम्रदराज कप्तान बने। इससे पहले मोहम्मद अजहरुद्दीन विश्वकप में भारत के सबसे उम्रदराज कप्तान थे।
केएल राहुल की नाबाद 97 रन की पारी विश्व कप में किसी भारतीय बल्लेबाज के 90 प्लस पर नाबाद रहने का केवल दूसरा उदाहरण है। इससे पहले वर्ष 2011 के विश्व कप फाइनल में धोनी की नाबाद 91 रनों की पारी खेली थी। कल के अपनी स्कोर के साथ ही केएल राहुल भारत के लिए एकदिवसीय विश्व कप में विकेटकीपर के तौर पर सबसे बड़ी पारी खेलने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गये। इससे पहले राहुल द्रविड़ ने वर्ष 1990 के विश्वकप में 145 रनों की पारी खेली थी। ऐसा पहली बार हुआ है कि एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में भारतीय टीम के शीर्षक्रम के चार में से तीन बल्लेबाज खाता नहीं खोल सके।