लखनऊ, उत्तर प्रदेश विधानमंडल के मानसून सत्र की कार्यवाही सोमवार को दोनो सदनो में विपक्ष के भारी हंगामे के बीच शुरू हुयी।
विधानसभा में दिवंगत पूर्व सदस्यों को दो मिनट का मौन रख कर श्रद्धाजंलि अर्पित की गयी जिसके बाद नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने मणिपुर हिंसा को लेकर सदन में निंदा प्रस्ताव पारित करने की मांग की जिसे विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने यह कहते हुये अस्वीकार कर दिया कि सदन में प्रदेश से संबंधित समस्यायों पर ही चर्चा की जा सकती है। इस पर सपा के अलावा राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) और कांग्रेस के सदस्य शोरशराबा करने लगे और वेल पर आकर नारेबाजी करने लगे। सपा सदस्यों के हाथों में तख्तियां थी जिस पर बेरोजगारी,किसानो की समस्या,भ्रष्टाचार को लेकर नारे लिखे थे।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार दिन के उजाले में भी कुछ देखना नहीं चाहती। उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य है और इस नाते उसे मणिपुर की घटना पर निंदा प्रस्ताव लाने की जरूरत है। संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि विपक्षी सदस्य सदन की कार्यवाही में बाधा पहुंचा रहे हैं। कैराना और जवाहरबाग की घटना पर इन सदस्यों ने कभी भी निंदा प्रस्ताव पारित करने की मांग नहीं की। श्री महाना ने कहा कि सदन में न ताे बंगाल,केरल की घटनाओं की चर्चा होगी और न ही मणिपुर की घटना के लिये निंदा प्रस्ताव लाने की अनुमति दी जायेगी। मणिपुर की घटना पर चर्चा के लिये वहां की विधानसभा है या फिर लोकसभा है।
उन्होने कहा कि सदन नियम से चलेगा। हंगामा कर रहे सदस्यों की तरफ इशारा करते हुये उन्होने कहा कि सदन की कार्यवाही वह स्थगित नहीं करेंगे। हंगामे से कुछ नहीं होगा,सरकार चर्चा को तैयार है। इस पर विपक्षी दल शांत नहीं हुये और नारेबाजी करते हुये बेल पर आ गये। भारी शोरशराबे और हंगामें के बीच श्री महाना ने सूचनायें पढी। बाद में संसदीय कार्यमंत्री के आग्रह पर सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिये स्थगित कर दी गयी।
इससे पहले सदन ने पूर्व विधायक स्वर्गीय सत्तार अंसारी,अमर सिंह, प्रेम प्रकाश सिंह,रणधीर सिंह, सुजान सिंह बुंदेला , शारदा प्रताप शुक्ला, हरिशंकर तिवारी,अवनीश कुमार सिंह,हरिद्वार दुबे, अबरार अहमद, खालिद अजीम अशरफ , अतीक अहमद,को श्रृद्धांजलि अर्पित की।
सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सदन में जन सरोकार से जुड़े मुद्दों पर सार्थक चर्चा की जरूरत है। सर्वदलीय बैठक में भी सभी दलाें के नेताओं से भी स्वस्थ चर्चा को लेकर बात कही गई थी। उन्होने कहा कि सरकार उम्मीद करती है कि विपक्ष सदन की कार्यवाही में पूरा सहयोग देगा और अपने क्षेत्र की समस्यायों को सदन के पटल पर रखेगा।
श्री योगी ने कहा कि पिछले छह सालों मेंप्रदेश में विकास की नई ऊंचाइयों को छुआ है। सरकार के प्रयासों से प्रति व्यक्ति आये में इजाफा हुआ है और प्रदेश देश में अग्रणी अर्थव्यवस्था बनने की तरफ आगे बढ़ा है। प्रदेश मेें कहीं सूखा तो कहीं बाढ की समस्या है। हम सदन में इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा करेंगे। मुझे विश्वास है कि आम जनमानस के मुद्दे पर सदस्य चर्चा करेंगे।