मथुरा, उत्तर प्रदेश के मथुरा में यमुना का जलस्तर लगातार घटने के बावजूद बाढ़ का खतरा बरकरार है। यमुना शुक्रवार को खतरे के निशान से 16 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है।
जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में जाने पर रोक लगा दी है। यमुना का जलस्तर कम होने के बावजूद बहाव भी तेज है। जिन क्षेत्र में यमुना का जलस्तर घट गया है वहां घरों में पानी भरा हुआ है।
जिलाधिकारी पुलकित खरे ने बताया कि बाढ़ का पानी जल्दी कम करने के लिए गोकुल बैराज से पानी छोड़ा जा रहा है। उन्होंने बताया कि सफाई के लिए टीमें लगा दी गई हैं। चिकित्सकों की टीमें घर-घर जाने के बावजूद लोगों को आई-फ्लू से परेशानी हो रही है। उन्होंने बताया कि शेल्टर होम में लोगों के खाने पीने की व्यवस्था जारी है।
वृन्दावन के तटियास्थान क्षेत्र में आज भी पानी भरा हुआ है। तटिया स्थान के किशोरदास ने बताया कि महन्त की साधनास्थली भी जलमग्न है। तटियास्थान की गोशाला में लगभग कमर तक पानी है तथा भूसे का स्टोर भी जलमग्न है। बाढ प्रभावित क्षेत्र की बिजली काट दी गई है।
उपजिलाधिकारी मांट के अनुसार यमुना का जलस्तर कम होने से बाढ़ प्रभावित गांवों से पानी घट रहा है। उन्होंने बताया कि राजमार्ग को जोड़नेवाली नौहझील छाता रोड पर कई जगह मामूली पानी भरा है, लेकिन इस मार्ग पर यातायात सुचारू रूप से जारी है। कहीं से किसी अप्रिय घटना की रिपोर्ट सामने नहीं आयी है।
बाढ नियंत्रण कक्ष के अनुसार गोकुल बैराज से आगरा की ओर 93899 क्यूसेक पानी छोड़ा होे रहा है।