लखनऊ, बसपा अध्यक्ष मायावती ने लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के जाति आधारित आरक्षण की समीक्षा करने के बयान की तीखी आलोचना की।मायावती ने लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के बयान की तीखी आलोचना करते हुए लखनऊ मे जारी एक बयान में कहा कि ‘मनुवादी सोच’ को उजागर करने वाले इस बयान ने हैदराबाद विश्वविद्यालय के शोध छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या प्रकरण की आग में घी डालने का काम किया है।मायावती ने कहा कि हैदराबाद विश्वविद्यालय के पीएचडी छात्र रोहित वेमुला का ‘जातिवादी उत्पीड़न’ के कारण आत्महत्या के लिए मजबूर होने का मामला अभी शान्त भी नहीं हो पाया है कि उच्च संवैधानिक पद पर बैठी महिला ने अपने बयान से आग में घी डालने का काम किया है।’ बसपा अध्यक्ष ने कहा कि अगर रोहित को मरने के बाद भी न्याय नहीं मिला तो यही माना जाएगा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का रोहित के मामले को लेकर भावुक हो जाना एक ‘नाटकबाजी’ थी और उनके आंसू वास्तव में ‘घड़ियाली’ थे।
उन्होने कहा कि ‘लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने अहमदाबाद में अधिकारियों तथा स्थानीय निकायों के प्रतिनिधियों की बैठक में जाति आधारित आरक्षण की समीक्षा करने की जो बात कही है, वह एक मनुवादी सोच की उपज होने की शंका जाहिर करती है।’ बसपा अध्यक्ष ने तीखे शब्दों का इस्तेमाल करते हुए कहा कि वैसे भी यह सर्वविदित है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की संकीर्ण और घातक मानसिकता रखने वालों द्वारा समीक्षा की बात करने का अर्थ, उस व्यवस्था को खत्म करना ही होता है।