बिष्णुपुर/पुरुलिया, बंगाल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि उन्हें यकीन है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कट्टर मुसलमानों के दबाव में आकर साधु संत समाज पर हमला करना शुरू कर दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव में कथित तौर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का समर्थन करने के लिए इस्कॉन, राम कृष्ण मिशन और भारत सेवाश्रम भिक्षुओं के एक वर्ग की सुश्री बनर्जी की ओर से आलोचना किये जाने का जिक्र करते हुए यह बात कही।
उन्होंने एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि विपक्ष की ओर से मोदी के खिलाफ जिहाद को वोट देने के बाद अब टीएमसी ने घुसपैठियों के समर्थन में अपनी तुष्टीकरण नीति के लिए साधु संत समाज पर हमला करना शुरू कर दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरोप लगाया कि वह आश्वस्त हैं कि सुश्री बनर्जी का ‘साधु संत समाज’ पर हमला कट्टर मुसलमानों के दबाव का परिणाम था और इस्कॉन, रामकृष्ण मिशन और भारत सेवाश्रम संघ को धमकी देने के लिए देशवासी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता को माफ नहीं करेंगे क्योंकि ये संस्थाएं मानवता के प्रति अपनी सेवाओं के लिए दुनिया भर में जानी जाती हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “टीएमसी नेता को क्या हुआ है? उनकी तुष्टीकरण की नीति इतनी निचले स्तर पर आ गई है कि गुरु प्रभुपाद द्वारा स्थापित इस्कॉन, स्वामी विवेकानन्द-
स्थापित रामकृष्ण मिशन और स्वामी प्रणवानंद द्वारा स्थापित भारत सेवाश्रम संस्थाएं बंगाल सरकार के हमले का शिकार हो गयी हैं।” उन्होंने कहा कि यह पूरे देशवासियों के लिए अस्वीकार्य है।
प्रधानमंत्री ने दोहराया कि चार जून के बाद, जिस दिन लोकसभा नतीजे आएंगे, भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी और उनकी जगह जेलों में होगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि भ्रष्ट लोगों को जेल भेजा जाएगा और उनकी संपत्ति की नीलामी की जाएगी तथा प्राप्त राशि उन लोगों के बीच वितरित की जाएगी, जिन्हें मंत्रियों ने धोखा दिया है।
बिष्णुपुर से भाजपा उम्मीदवार सौमित्र खान और बांकुरा से डॉ. सुभाष सरकार के लिए प्रचार करते हुए श्री मोदी ने कहा, “हम कानूनी औपचारिकताओं पर विचार कर रहे हैं कि जेल में बंद मंत्रियों द्वारा लूटे गए लोगों का पैसा कैसे वापस किया जाये।