नयी दिल्ली, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई अपनी टिप्पणी पर स्पष्टीकरण देते हुए गुरुवार को कहा कि उनका मकसद व्यक्तिगत टिप्पणी कर श्री मोदी की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था और उनके बयान से यदि भावना आहत हुई है तो यह उनकी मंशा नहीं थी।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा “प्रधानमंत्री मोदी जी के साथ हमारी लड़ाई निजी लड़ाई नहीं है। वैचारिक लड़ाई है। मेरा इरादा किसी की भावना आहत करने का नहीं था और अगर ज़ाने अनजाने में किसी की भावना आहत हुई तो यह मेरी मंशा कदापि नहीं थी और न ही यह मेरे लम्बे राजनीतिक जीवन का आचरण है। मैंने सदा दोस्तों एवं विरोधियों के प्रति राजनीतिक शुचिता की मर्यादाओं और परंपराओं को निभाया है और जीवन के आख़िरी साँस तक निभाऊँगा।”
उन्होंने कहा “भाजपा की विचारधारा विभाजनकारी, वैमनस्यपूर्ण तथा ग़रीबों तथा दलितों के प्रति नफ़रत एवं पूर्वाग्रह से भरी है। मैंने इसी नफरत एवं द्वेष की राजनीति की चर्चा की। मेरा बयान न व्यक्तिगत तौर से प्रधानमंत्री मोदी जी के लिये था, न किसी और व्यक्ति विशेष के लिए, अपितु जिस विचारधारा का वो प्रतिनिधित्व करते हैं, उसके लिए था।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा “मैं बड़े पदों पर बैठे लोगों की तरह व्यक्तियों और उनकी तकलीफ़ों का मज़ाक़ नहीं उड़ाता क्योंकि मैंने गरीबों एवं दलितों का दुख दर्द देखा भी है और सहा भी है। पांच दशकों से भाजपा तथा आरएसएस की विभाजनकारी विचारधारा से, उनके नेताओं से, मेरा विरोध हमेशा से रहा है। मेरी राजनीतिक लड़ाई उनकी राजनीति के खिलाफ़ थी, है और हमेशा रहेगी।”