अमरावती , लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने राष्ट्रनिर्माण के लिए संसद एवं विधानसभाओं में महिलाओं के आरक्षण को जरूरी बताते हुए आज कहा कि यह आरक्षण उन्हें उपकार के तौर पर नहीं बल्कि सम्मानजनक ढंग से मिलना चाहिए।
आंध्रप्रदेश की नयी राजधानी अमरावती में आयोजित तीन दिवसीय ष्राष्ट्रीय महिला संसदष् के समापन सत्र को संबोधित करते हुए सुश्री महाजन ने कहाष्हम सब संसद एवं विधानसभाओं में महिलाओं के 33 प्रतिशत आरक्षण के पक्ष में हैं।यह आरक्षण उन्हें पुरुषों की ओर से उपकार के तौर पर नहीं बल्कि सकारात्मक सोच के साथ सम्मानजनक तरीके से मिलना चाहिए। महिलाएं,पुरुषों के साथ टकराव नहीं बल्कि सिर्फ अपना अधिकार चाहती हैं।
उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा कि कोई महिला आरक्षण विधेयक की प्रति फाड़ता है तो कोई इसे लेकर हां और कोई ना करता है। से सब चीजें नहीं होनी चाहिए। देश .विदेश की करीब 22 हजार महिलाओं को संबोधित करते हुए सुश्री महाजन ने कहा कि राष्ट्रभक्ति की भावना के साथ यदि महिला और पुरुष कंधे से कंधा मिलाकर चलें तो भारत जगत गुरु बन सकता है।महिलाओं को अधिकार सम्पन्न बनाना राष्ट्र का निर्माण करना है और महिलाओं के मजबूत बनने पर देश भी सशक्त बनेगा।