नयी दिल्ली, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को यहां केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की और राज्य में सड़क संपर्क से संबंधित विभिन्न परियोजनाओं पर विस्तार से चर्चा के साथ ही बिच्छू घास से बना स्टॉल भेंट किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने इस दौरान नितिन गडकरी को कंडाली से बनी स्टॉल तथा राज्य में स्थानीय स्तर पर तैयार किये जा रहे अन्य उत्पादों से निर्मित वस्तुएं भी भेंट की।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान नितिन गडकरी से कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में मानसून की बरसात के कारण क्षतिग्रस्त हुए राष्ट्रीय राजमार्गों की मरम्मत के लिए केंद्रीय सहायता उपलब्ध कराने तथा कुछ राष्ट्रीय राजमार्गों के चौड़ीकरण जैसे कार्यो के लिए उत्तराखंड लोक निर्माण विभाग को निर्माण एजेन्सी के रूप में नामित करने का भी अनुरोध किया।
नितिन गडकरी ने इन दोनों मांगों पर सहमति व्यक्त की और मुख्यमंत्री धामी के अनुरोध पर मसूरी की महत्वपूर्ण 02-लेन टनल परियोजना के कार्य में शीघ्रता लाने के अनुरोध पर अधिकारियों को निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने चार धाम को जोड़ने के वैकल्पिक मार्ग यमुनोत्री धाम को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या पर डामटा से बड़कोट के 2-लेन चौड़ीकरण के लिए भी 367.35 करोड़ की स्वीकृति प्रदान करने का अनुरोध किया जिस पर नितिन गडकरी ने स्वीकृति जल्द दिये जाने का आश्वासन दिया। इसी तरह से खटीमा – पीलीभीत बाईपास के निर्माण के अनुरोध पर केंद्रीय मंत्री ने इस मार्ग के परीक्षण का अधिकारियों को निर्देश दिया। इसी तरह से मुख्यमंत्री के देहरादून रिंग रोड निर्माण के कार्य के अनुरोध पर नितिन गडकरी ने इस बारे में अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री धामी ने इसी तरह से उत्तराखंड एवं हिमाचल को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग को 2-लेन का बनाने, श्रीनगर शहरी क्षेत्र में यातायात घनत्व के कारण बाईपास के निर्माण, पिथौरागढ़ के जौलिंगकांग व्यास घाटी से बेदाग के मध्य 5 किलो मीटर टनल का निर्माण, वेदांग से गो एवं सिपु तक 20 किमी मार्ग का निर्माण, सिपु से तोला के मध्य लगभग 22 किमी लम्बाई की टनल का निर्माण तथा मिलम से लथल तक 30 किमी टनल बनाने की भी मांग रखी जिस पर केंद्रीय मंत्री ने सकारात्मक जवाब दिया।