देहरादून, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि डाक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने देश भर में राष्ट्रवाद की भावना जगाई।
भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस पर बुधवार को उत्तराखण्ड के देहरादून में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में श्री धामी ने कहा कि हमारा संगठन राष्ट्र प्रथम, संगठन द्वितीय और व्यक्ति अंतिम के सिद्धांत पर चलता है। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय, भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई के सपनों को आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरा किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आज भाजपा जन आकांक्षाओं को पूरा करने वाली राजनीतिक पार्टी के रूप में स्थापित हो चुकी है। देश हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा हमारी पार्टी ने हमेशा प्रत्येक कार्य को अनुशासन के साथ पूर्ण करने का सिद्धांत दिया हैं। श्री धामी ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व.अटल बिहारी वाजपेई का स्मरण करते हुए कहा कि अटल जी की वजह से उत्तराखंड अलग राज्य बना। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री श्री मोदी के मार्गदर्शन में राज्य विकास के पथ पर अग्रसर है। पूरे मनोयोग से काम करना जनहित की सेवा करना ही हमारी प्राथमिकता रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड के समग्र विकास के लिए राज्य में नई सरकार के गठन के साथ ही कई संकल्प लिए गए हैं । राज्य सरकार पारदर्शिता के साथ विकल्प रहित संकल्प के साथ कार्य करेगी। सरलीकरण, समाधान एवं निस्तारीकरण पर अधिकारियों को विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं। हमारी प्राथमिकता हमेशा ही अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक सरकार एवं प्रशासन की सेवा पहुंचाना होगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता से किए वायदे के अनुसार यूनिफॉर्म सिविल कोड जल्द ही उत्तराखंड में लागू करेंगे। सरकार ने पर्यावरण मित्रों का एक दिन का मानदेय बढ़ाकर 500 रुपए कर दिया है। उन्होंने कहा कि नए बजट में सरकार ने गरीब परिवारो हेतु एक साल में तीन सिलेंडर मुफ़्त देने का वादा किया है, जो पूरा किया जाएगा। उत्तराखंड देव भूमि, योग भूमि के साथ ही वीर सैनिकों की भूमि भी है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने उत्तराखंड में वृद्घावस्था पेशन योजना पर बड़ा फैसला लेते हुए अब पति-पत्नी दोनों को वृद्घावस्था पेंशन योजना का लाभ दिया है। उन्होंने कहा कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जो विकास हुआ है, उन्हें विभिन्न प्रकार की गतिविधियों के माध्यम से जनता तक पहुंचाया जाएगा । अन्त्योदय के आदर्श वाक्य पर काम करते हुए हम समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को सामाजिक एवं आर्थिक रूप से ऊपर उठाने का काम करेंगे।