अयोध्या, उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने आज श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला का दर्शन-पूजन करने के बाद प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर में जाकर मत्था टेका।
मुख्य सचिव श्रीरामजन्मभूमि पर रामलला के बन रहे भव्य मंदिर निर्माण का भी अवलोकन किया। मंदिर निर्माण परिसर में चल रहे निर्माण कार्यों की बारीकी से जानकारी ली और श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चम्पत राय सहित अन्य सदस्यों और अभियन्ताओं के साथ पूरे मंदिर परिसर का निरीक्षण भी किया। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि अयोध्या को विश्व स्तरीय स्थल बनाने के लिये अधिकारी समन्वय से कार्य करें। उनके द्वारा अगले माह पुन: समीक्षा की जायेगी।
उन्होंने अयोध्या में निर्माणाधीन विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण किया और श्रीराम कथा संग्रहालय में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ अयोध्या विजन 2047 के कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अयोध्या को विश्व स्तरीय शहर बनाने के उद्देश्य से मजबूती से कार्य करें। अयोध्या नगर के विकास में जो कार्य हो रहा है उसके साथ-साथ मलिन बस्तियों के विकास के लिये सूडा डूडा कार्य योजना बनाकर नगर विकास के माध्यम से आवश्यक कार्यवाही करें।
उन्होंने समीक्षा के दौरान निर्माण कार्य बरसात के पूर्व पूरा करने के साथ ही साथ कार्यों के गुणवत्ता भी सही ढंग से होना चाहिये का भी निर्देेश दिया। उन्होंने बताया कि आज की समीक्षा बैठक में 98 क्रियान्वयक परियोजनाओं जिसकी कुल लागत 21831 करोड़ है, जिसमें 31 कार्यकारी विभाग लगे हुए हैं, जिसमें प्रथम चरण में रामपथ मार्ग जो सहादतगंज से नयाघाट, भक्ति पथ श्रृंगारघाट से जन्मभूमि तक और जन्मभूमि पथ बिड़ला धर्मशाला से रामजन्मभूमि तक की समीक्षा और निरीक्षण दोनों किया है। उन्होंने अभियन्ताओं को निर्देश देते हुए कहा कि यह कार्य शीघ्र से शीघ्र कर लिया जाय।
उन्होंने कहा कि अयोध्या में पर्यटन, संस्कृति एवं धार्मिक रूप से सुनियोजित विकास का कार्य तेज गति से चल रहा है। अयोध्या में ही एनएच 27 बाईपास से निकलकर मोहबरा बाजार से होते हुए टेढ़ीबाजार, श्रीरामजन्मभूमि तक फोर लेन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। अयोध्या सुलतानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच ३३० से पुरुषोत्तम भगवान अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट तक फोर लेन का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। उन्होंने बताया कि अयोध्या में श्रद्धालुओं के आने-जाने के लिये पार्किंग व्यवस्था, दुकानों का निर्माण कुण्डों सहित अन्य परियोजनाओं के निर्माण कार्य की भी समीक्षा की गयी है।
उन्होंने चौधरी चरण सिंह घाट एवं अयोध्या हाट निर्माण हेतु चयनित स्थलों का भौतिक निरीक्षण भी किया। अयोध्या के गुप्तारघाट के समीप स्थित सत्तर एकड़ से अधिक क्षेत्रफल में फैले हुए आईलैंड पर रामचरित मानस के साथ काण्डों की थीम पर आधारित विकसित किये जाने रामचरित मानस टेंट सिटी में श्रद्धालुओं और पर्यटकों को उपलब्ध कराये जाने वाली सुविधा को भी देखा। साथ ही साथ भारत एवं कोरिया के राजनैतिक सम्बन्धों पर विकसित किये गये क्वीन हो मेमोरियल पार्क का निरीक्षण किया।
उन्होंने कहा कि इस पार्क की ऐतिहासिक विशेषताओं एवं पार्क सम्बन्धित विशिष्ट जानकारी को डिजिटलाइट कर पार्क में क्यूआर कोड लगाये जायं जिससे पर्यटक अपने मोबाइल के माध्यम से इसके ऐतिहासिक महत्व की विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकें। साथ ही साथ एक शार्ट फिल्म भी बनाई जाय और पार्क में कोरियन प्लांट भी रोपित करने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान अयोध्या के मण्डलायुक्त गौरव दयाल, आई.जी. प्रवीण कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरण नैय्यर, जिलाधिकारी नितीश कुमार सहित तमाम प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।