Breaking News

मुश्किल में डाल सकता है कान का बहना

kanऐसा कई कारणों से हो सकता है। कान में से पस, खून या सफेद-पीले रंग के द्रव्य के रूप में निकलने वाला पदार्थ किसी अंदरूनी मुसीबत की ओर इशारा भी कर सकता है। जरूरत है इस पर ध्यान देकर उचित सलाह लेने की। कान के बहने या कान से किसी प्रकार के द्रव्य के निकलने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। कान के भीतर एक तरह का ड्रेनेज सिस्टम होता है जिसके कारण अक्सर वैक्स यानी मोमनुमा मैल बाहर निकलता है और यह एक सामान्य प्रक्रिया है। लेकिन इसकी जगह जब मवाद, खून या अन्य सफेद-पीले या भूरे रंग का पदार्थ निकलता है और बार-बार देखने में आता है तो यह कान के भीतर किसी असामान्य चीज की ओर संकेत हो सकता है।

अनेक हो सकते हैं कारण…

कान के भीतर से बाहर निकलने वाली इस परेशानी के पीछे कई कारण हो सकते हैं। इनमें शामिल हैं- किसी प्रकार का संक्रमण जब किसी भी तरह का वायरस या बैक्टीरिया कान के मध्य भाग में पहुंचता है तो यह तकलीफ पनप सकती है। इसके कारण उस स्थान पर फ्लूइड बनना शुरू हो जाता है और परेशानी के साथ ही कान बहना भी आरम्भ हो सकता है। स्विमर्स इयर ओटाइटिस एक्सटर्ना यानी स्विमर्स इयर कैनाल में फंगस या बैक्टीरिया के कारण होने वाले इन्फेक्शन के कारण पनपता है। पानी के संपर्क में बहुत समय तक रहने के कारण यह समस्या होती है। इसके कारण नमी कानों के भीतर जाकर इयर कैनाल की दीवारों को क्षति पहुंचाना शुरू कर देता है। आघात या ट्रॉमा कान की सफाई करते वक्त या किसी अन्य स्थिति में कान के अंदरूनी हिस्से को अचानक पहुंचने वाला आघात भी कान बहने की वजह बन सकता है।

अक्सर कान को साफ करते समय या आदतन कान में कोई वस्तु गहरे भीतर तक डालने से अंदरूनी हिस्से को क्षति पहुंचती है और इससे कान से डिस्चार्ज होना शुरू हो सकता है। इसके अलावा कोई अन्य आघात भी कान बहने का कारण बन सकता है। अन्य कारण कान के बहने के पीछे अन्य कारणों में शामिल हैं-कान के अंदर की हड्डियों में होने वाली क्षति, ट्यूमर, कोई चोट, किसी बाहरी वस्तु का कान में अंदर चले जाना, सिर पर लगने वाली कोई चोट, एक्जीमा आदि। रखें इस तरह खयाल कान बहने की सूरत में निकलने वाले पदार्थ को बाहर से ही हल्के से साफ करें। अपने मन से ही कोई दवाई डालने की बजाय डॉक्टर के बताए इयर ड्रॉप का ही उपयोग करें। अपने साथ हमेशा साफ धुला कपड़ा रखें और उसका ही इस्तेमाल करें। प्रिस्क्राइब की गई एंटीबायोटिक्स का डोज पूरा करें और सतर्कता रखें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *