राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की कार्यकारिणी की बैठक मे फिर जनसंख्या नीति का मुद्दा उठा। संघ के सर सह कार्यवाहक गोपाल कृष्ण ने कहा कि विभिन्न संप्रदायों के बीच जनसंख्या वृद्धि दर में भारी असुंतलन है. मुस्लिमों की आबादी का अनुपात बढ़ा है. इससे देश के सामने गंभीर चुनौती पैदा हो गई है. संघ के सर सह कार्यवाहक ंने कहा कि 2011 की जनगणना में हिंदू, जैन, बौद्ध और सिखों की जनसंख्या घटी है, जबकि मुस्लिमों की बढ़ी है. मुस्लिम समुदाय को देश हित में फैमिली प्लानिंग करनी चाहिए.
आज संघ कार्यकारिणी की बैठक मे जनसांख्यिकी में आ रहे बदलाव पर प्रस्ताव पारित किया गया. इसके बाद गोपाल कृष्ण ने कहा कि देश के आठ जिलों में मुस्लिम बहुसंख्यक हो गए हैं. हम जनसंख्या नीति में सुधार की मांग करते हैं. गोपाल कृष्ण ने कहा कि सीमावर्ती इलाकों में विदेशी घुसपैठ की वजह से गैर हिंदुओं खासकर मुस्लिमों की आबादी अप्रत्याशित रूप से बढ़ी है. असम, मणिपुर, पश्चिम बंगाल और बिहार के सीमावर्ती इलाकों में घुसपैठ की वजह से हिंदू वहां अल्पसंख्यक हो गए हैं. हमें जनसंख्या नीति पर पुनर्विचार की आवश्यकता है. उन्होने कहा कि ऐसे में देश की एकता, अखंडता और सांस्कृतिक पहचान पर गंभीर संकट आ सकता है और हजारिका कमिटी की रिपोर्ट इन तथ्यों की पुष्टि करती है.