लाहौर, पाकिस्तान सुपर लीग में फिक्सिंग के आरोप झेल रहे बल्लेबाज नासिर जमशेद ने कहा है कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप इतने छिछले हैं कि उन्हें पढ़ते वक्त वह अपनी हंसी नहीं रोक सके। जमशेद को पीएसएल में फिक्सिंग के आरोप में ब्रिटेन में बीती फरवरी में गिरफ्तार किया गया था। पाकिस्तान क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने अपनी जांच में पाया था कि जमशेद इस मामले में मुख्य किरदार हैं। लेकिन, चार महीने बाद पीसीबी ने उन पर सिर्फ जांच में सहयोग न करने के आरोप लगाए हैं।
पीसीबी ने कहा है कि वह जमशेद को गिरफ्तार करने वाली ब्रिटेन की राष्ट्रीय अपराध एजेंसी से और सबूत मिलने का इंतजार कर रहा है, इसके बाद जमशेद पर और गंभीर आरोप लगाए जा सकते हैं। पीसीएल में फिक्सिंग मामले में फंसे एक और खिलाड़ी खालिद लतीफ और जमशेद के कुल आठ वॉहटसऐप वॉयस नोट मीडिया में सामने आए हैं।
उनका दावा है कि उनके पास मेरे खिलाफ वॉहट्सऐप वॉयस मैसेज हैं जिसमें मैं कोड वर्ड में स्पॉट फिक्सिंग की बात कर रहा हूं। लेकिन, मैं हकीकत में उन संदेशों में बल्लों को बेचने का जिक्र कर रहा हूं। इसमें किसी तरह की कोड भाषा नहीं है। उन्होंने कहा, मैं काफी वर्षो से सीए के बल्ले बेचता आ रहा हूं जिसका 10 फीसदी कमीशन मुझे मिलता है। इसमें कोई छुपाने वाली बात नहीं है। ऐसा करने की मेरे पास मंजूरी है। जब मैंने वो कथित सबूत देखे तो मैं काफी जोर से हंसा।.
वे छिछले और हास्यास्पद हैं। पीसीबी ने हालांकि कहा है कि उसके पास सिर्फ यही एक सबूत नासिर जमशेद के खिलाफ नहीं है। बोर्ड ने कहा है कि उसके पास कुछ खिलाड़ियों के बयान हैं, जो नासिर के खिलाफ जाते हैं। साथ ही एनसीए द्वारा हासिल की गई जानकारी है। उसका कहना है कि अगर एनसीए अपनी जांच में नासिर को क्लीन चिट दे देती है तो भी उसके पास नासिर के खिलाफ काफी सबूत हैं। भ्रष्टाचार मामले की जांच अभी लंबित है। हमने अतिरिक्त भ्रष्टाचार के आरोपों को लगाने का अधिकार अभी तक बचा के रखा है। हम उचित समय पर इसे लगाएंगे।