नई दिल्ली, याकूल्ट डैनोन इंडिया ने राजधानी दिल्ली स्थित तिवोली गार्डन्स में एक पुरस्कार समारोह का आयोजन कियाग। इस समारोह में याकूल्ट महिलाओं को विभिन्न श्रेणियों जैसे, ‘लम्बे समय तक जुड़ाव’, ‘बेस्ट सेल्स टॉक’, ‘सर्वश्रेष्ठ उपस्थिति’, ‘वर्ष में सर्वश्रेष्ठ होम डिलीवरी’, ‘सर्वश्रेष्ठ सेल्स वृद्धि’ आदि में कई पुरस्कार दिए गए। यह पुरस्कार याकूल्ट डैनोन के मैनेजिंग डायरेक्टर मिनोरु शिमादा ने प्रदान किये। इस अवसर पर मिनोरु शिमादा ने कहा, ‘प्रोबायोटिक्स की गुणवत्ता कई दशकों से पूरे विश्व में प्रमाणित है और प्रोबायोटिक्स में अग्रणी, याकूल्ट की शुरुआत सन 1935 में जापान में हुई थी।
तब से इसने 33 देशों में अपनी पहुंच बना ली और आज अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रतिदिन याकूल्ट की 35 मिलियन छोटी बोतलें पी जाती हैं। भारत में हमने काफी अच्छी शुरुआत की है क्योंकि आज के ग्राहक प्रोबायोटिक्स के फायदे पहचानना शुरु कर रहे हैं, जो वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित हैं। उन्होंने आगे कहा कि आज तनाव, खानेपीने की अनियमित आदतों तथा जीवनशैली की समस्याओं के चलते प्रतिरोधी प्रणाली काफी कमजोर हो गई है और शरीर को बीमारियां आसानी से प्रभावित करने लगी हैं।
हमारे उत्पाद सेहत की समस्याओं को दूर करते हैं, यानि ये आंत का कार्य बेहतर बनाते हैं, जो शरीर का सबसे बड़ा प्रतिरोधी अंग है और हमें बीमारियों से बचाता है। शिमादा ने आगे बताते हुए कहा, भारत में भी हमारे पास याकूल्ट लेडी सिस्टम है, जो सन 2007 से हमारे ब्रांड का चेहरा है। ये महिलाएं हर घर जाकर हमारा उत्पाद प्रदान कर रही हैं। आज हमारे पास 260 से अधिक याकूल्ट लेडीज हैं, जो विभिन्न शहरों में अच्छी सेहत और खुशी फैलाने के लिए तैयार हैं। भारत में याकूल्ट लेडीज सिस्टम दिल्ली-एनसीआर, जयपुर, चंडीगढ़, पुणे और मुंबई में बेहद सुचारू ढंग से काम कर रहा है। मुझे खुशी है कि मैं इन युवा महिलाओं को उनकी कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता के लिए यह पुरस्कार प्रदान कर रहा हूं।