नयी दिल्ली, दिल्ली कैपिटल्स के भारतीय युवा खिलाड़ी भले ही इस आईपीएल सीजन में प्रभावशाली प्रदर्शन नहीं कर सके हैं, लेकिन हरफनमौला मिचेल मार्श का कहना है कि टीम प्रबंधन उनका समर्थन करना चाहता है।
कैपिटल्स को शनिवार रात सनराइजर्स हैदराबाद के हाथों नौ रन की हार का सामना करना पड़ा। यह आठ मैचों में कैपिटल्स की छठी हार है। कैपिटल्स ने 198 रन का पीछा करते हुए 11 ओवर में 110 रन बना लिये थे, लेकिन फिल सॉल्ट (35 गेेंद, 59 रन) और मिचेल मार्श (39 गेंद, 63 रन) के आउट होते ही मैच का रुख पलट गया। भारतीय युवाओं से सजा कैपिटल्स का मध्यक्रम असफल रहा और टीम 20 ओवर में 188/6 के स्कोर तक ही पहुंच सकी।
मार्श ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, “हमारे बल्लेबाजी क्रम में कुछ युवा खिलाड़ी हैं लेकिन उनका समर्थन करना और उनपर भरोसा जताना जरूरी है। उन्हें मैदान पर उतारना और विभिन्न परिस्थितियों में खिलाना जरूरी है। मुझे नहीं लगता कि हम उस विशेष कारण से मैच हारे। आज ऐसी कई चीजें थीं जहां हम सुधार कर सकते थे और मैच जीत सकते थे।”
कैपिटल्स ने टॉस हारकर गेंदबाजी करते हुए सनराइजर्स को पावरप्ले में आक्रामक होने का मौका दिया, लेकिन उसके गेंदबाजों ने मध्य ओवरों में काफी हद तक वापसी की। सनराइजर्स 15 ओवर में 135 रन ही बना सकी थी, लेकिन कैपिटल्स ने अंतिम पांच ओवर में 62 रन लुटाकर विपक्षी टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचने का मौका दिया।
मार्श ने कहा, “अगर आप हमारे सीजन को देखें तो किसी एक पर इलज़ाम नहीं लगा सकते। हम कुछ बहुत करीबी मुकाबले हारे। अगर हम वे मुकाबले जीत जाते तो इन चीजों पर बात नहीं कर रहे होते। आईपीएल एक मुश्किल टूर्नामेंट है जहां मुकाबले जीतना मुश्किल है। दुर्भाग्य से हमें कुछ करीबी मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा है। लेकिन मुझे अभी भी लगता है कि आज के मैच से हम सकारात्मक चीजें लेकर जा सकते हैं। इस विकेट पर 195 (198) रन बनाना मुश्किल ही होने वाला था।”
कैपिटल्स भले ही चार अंकों के साथ अंक तालिका में सबसे नीचे 10वें स्थान पर पहुंच गयी, लेकिन सॉल्ट और मार्श की पारियां उनके लिये सकारात्मक साबित हुईं। मार्श ने 39 गेंद पर एक चौके और छह छक्कों के साथ 63 रन की अर्द्धशतकीय पारी खेलने के अलावा चार ओवर में 27 रन देकर चार विकेट भी लिये।
उन्होंने अपने प्रदर्शन पर कहा, “आज बल्ले और गेंद दोनों से योगदान देना अच्छा था। टूर्नामेेेंट में मेरी शुरुआत अच्छी नहीं रही। मैं गेंद और बल्ले दोनों से योगदान नहीं दे सका। मुझे अपनी तकनीक पर विश्वास है। आईपीएल जैसे टूर्नामेंट में आप एक-दो असफलताओं के बाद बदलाव करने के बारे में सोच सकते हैं लेकिन मैंने पिछले दो मैचों में अपनी तकनीक पर भरोसा किया है।”
मार्श ने दिल्ली के लिये लक्ष्य का पीछा करते हुए सॉल्ट के साथ दूसरे विकेट के लिये 66 गेंद पर 112 रन की शतकीय साझेदारी की। यह साझेदारी कैपिटल्स को सनराइजर्स पर लगातार दूसरी जीत दिला सकती थी लेकिन मेहमान टीम के स्पिनर्स ने सही समय पर विकेट चटकाकर मैच बचा लिया।
इसी बीच, सनराइजर्स के बल्लेबाजी कोच हेमंग बडानी ने कहा कि वह मार्श और सॉल्ट की साझेदारी को लेकर चिंतित थे, लेकिन स्पिनर योजनाओं पर टिके रहे जिससे उन्हें सफलता मिली।
बडानी ने कहा, “अगर मैं यह कहूंगा कि हम चिंतित नहीं थे तो यह झूठ होगा। हम देख रहे थे कि वह अच्छी गति से रन बना रहे हैं। हमें आठवें ओवर के बाद एक ब्रेक मिला जब हमने गेंदबाजों को संदेश दिया कि थोड़ी धीमी गेंदबाजी करें, और गेंद को स्पिन करने की कोशिश करें। हमें अकील को श्रेय देना होगा क्योंकि उन्होंने योजना के अनुसार आगे टप्पा रखा। उन्हें पहली गेंद पर छक्का पड़ा लेकिन उन्होंने योजना नहीं बदली और अगली गेंद पर मार्श आउट हो गये।”
उन्होंने कहा, “इस तरह के मैचों में अगर आप एक साझेदारी तोड़ते हैं, तो आपके पास और विकेट चटकाने का मौका होता है। आप उस जगह से मैच को बदल सकते हैं और आज यही हुआ।”