लखनऊ,विधानसभा के वर्तमान सत्र में संगठित अपराधों को रोकने के लिए प्रस्तुत किये जा रहे यूपीकोका विधेयक की माकपा के राज्य सचिव मण्डल ने आलोचना की है। सचिव मण्डल ने आज एक बयान में कहा कि प्रदेश में संगठित अपराधों को रोकने के लिए पहले से ही पर्याप्त कानून मौजूद हैं।
अगर सरकार में इच्छाशक्ति होती तो उन कानूनों का इस्तेमाल करके ही संगठित अपराधों पर रोक लग चुकी होती। सचिव मण्डल ने आरोप लगाया कि हर मोर्चे पर विफल उत्तर प्रदेश सरकार अपने विरोध में उठने वाली आवाजों का दमन करना चाहती है।
यूपीकोका विधेयक जब कानून बन जायेगा तो इसका दुरूपयोग प्रदेश में सरकार का विरोध कर रही ताकतों के खिलाफ किया जायेगा। यह जनता के जनवादी अधिकारों पर कुठाराघात करने का काम करेगा। सचिव मण्डल ने मांग की है कि इस विधेयक को पेश करने की बजाय ठंडे बस्ते में डाल दिया जाये।